UP News: उत्तर प्रदेश में कांवड़ यात्रा की तैयारियों को लेकर मंगलवार, 8 जुलाई को मेरठ के कमिश्नरी सभागार में एक बैठक हुई. इस मीटिंग में राज्य के पुलिस महानिदेशक राजीव कृष्ण और प्रमुख सचिव मनोज कुमार सिंह मौजूद रहे. बैठक में डीजीपी राजीव कृष्ण ने होटलों और ढाबों में चेकिंग करने वालों पर सख्ती दिखाई.
उत्तर प्रदेश के मुख्य सचिव और डीजीपी की उच्च स्तरीय बैठक में पुलिस निदेशक जनरल ने कहा कि कोई भी समूह किसी दुकान या ढाबे का सर्वे नहीं कर सकता है. खाद्य सुरक्षा विभाग को इसके लिए निर्देश दे दिए गए हैं. अलग-अलग राज्यों के अधिकारियों के व्हाट्सएप बनाए गए हैं.
बता दें, इससे पहले कई ऐसे मामले सामने आए थे, जहां हिंदू संगठन से जुड़े लोगों ने ढाबों में घुसकर मालिकों और उनके कर्मचारियों से उनका धर्म पूछा था. हाला ही में संगठन ने लोगों की पैंट भी उतरवाकर देखी थी. ताकि ये सुनिश्चित किया जा सके कि वह किस धर्म से जुड़े हैं. मुसलिम समाज में खतनों का नियम है.
उन्होंने आगे कहा, अलग-अलग जगहों पर अगर भीड़ बढ़ची है तो अधिकारियों को इसकी जानकारी दी जाएगी. उन्होंने कहा कि डीजे की ध्वनि की तीव्रता 75 डेसिबल से ज़्यादा नहीं होनी चाहिए. कांवड़ 10 फीट ऊंची और 12 फीट चौड़ी से ज्यादा नहीं होनी चाहिए.
उन्होंने बताया कि रुड़की और मुजफ्फरनगर रूट के बीच ओहदेदारों की जिम्मेदारी तय की गई है. अगर कोई समस्या पैदा होती है तो अधिकारियों को इसकी जानकारी दी जाएगी. उन्होंने बताया कि डीजे की आवाज की तीव्रता 75 डेसिबल से ज्यादा नहीं होनी चाहिए.
अगर इसका उल्लंघन किया जाता है तो कांवड़ पहले ही रोक दी जाएगी और उनके खिलाफ कानूनी कार्रवाई की जाएगी. इसके साथ ही प्रमुख सचिव मनोज कुमार सिंह ने कहा कि पेयजल, सफाई और भोजन की व्यवस्था सुनिश्चित की जाएगी. कैंप लगाए जाएं और ढाबों का संचालन साफ-सफाई के साथ किया जाए. सिंचाई विभाग को नहर में संतुलित मात्रा में पानी छोड़ने को कहा गया है.