Khargone News Today: मध्य प्रदेश के खरगोन जिले के अम्बाडोचर गांव में बकरीद के मौके पर कथित गोवंश की कुर्बानी के मामले को लेकर एक बार हिंदू संगठनों ने हंगामा किया. इस घटना में पुलिस ने अब तक सात आरोपियों पर कार्रवाई की है, लेकिन हिंदू संगठनों का कहना है कि आरोपी 20 के करीब हैं और उन सभी पर मामला दर्ज किया जाना चाहिए.
हिंदूवादी संगठनों ने पुलिस पर आरोप लगाया कि घटना के पांच दिन बाद भी बाकी आरोपियों पर कार्रवाई नहीं हुई. इसको लेकर हिंदूवादी संगठनों ने अम्बाडोचर से चैनपुर थाने तक पैदल 'गौ न्याय यात्रा' निकाली. इस दौरान हिंदू संगठनों सभी दोषियों पर कार्रवाई की मांग करते हुए रैली निकाली और जमकर नारेबाजी की और विरोध प्रदर्शन किया.
ग्रामीणों और हिंदू संगठनों ने पुलिस से यह भी मांग की है कि घटना में शामिल ग्राम पंचायत अम्बाडोचर के सहायक सचिव समीर खान और उपसरपंच सत्तार पर भी कार्रवाई की जाए. इसके साथ ही उन्होंने आरोपियों के घरों पर बुलडोजर चलाने की भी मांग की. हिंदू संगठनों की मांग पर कई तरह के सवाल खड़े हो रहे हैं, इसकी वजह यह है कि पुलिस जांच में जो लोग इस घटना में शामिल नहीं पाये गए उन पर कार्रवाई करने की मांग की जा रही है.
हिंदू संगठनों का आरोप है कि इस घटना में 20 से अधिक लोग शामिल हैं और पुलिस को सभी आरोपियों के खिलाफ एफआईआर दर्ज करनी चाहिए. इस मामले को लेकर गांव में तनाव की स्थिति बनी हुई है और हिंदूवादी संगठन जल्द से जल्द सभी दोषियों पर सख्त कार्रवाई की मांग कर रहे हैं. हिंदूवादी संगठनों के विरोध प्रदर्शन और आक्रमक रवैये देख अल्पसंख्यक समुदाय के साथ हिंदू समाज के लोग भी दहशत में हैं.
बता दें, खरगोन जिले के अम्बाडोचर गांव में बकरीद (7 जून) के मौके पर कथित गोवंश की कुर्बानी देने का मामला सामने आया था. इस मामले में पुलिस ने बड़ी कार्रवाई करते हुए सात लोगों को गिरफ्तार किया था. वहीं, इस मामले को लेकर हिंदू संगठनों ने जमकर हंगामा किया और उन्होंने चैनपुर (झिरनिया) बंद का आह्वान किया था.
मिली जानकारी के अनुसार, यह घटना खरगोन जिले के चैनपुर थाना क्षेत्र के अंतर्गत आने वाले ग्राम अम्बाडोचर में हुई. एसडीओपी ने बताया था कि गोवंश की कुर्बानी के आरोप में सात लोगों को गिरफ्तार किया गया है. पुलिस ने दावा किया कि गिरफ्तार आरोपियों के पास से 32 किलो गोवंश मांस और एक बछड़े के शरीर के अन्य अवशेष भी बरामद हुए हैं.
इस घटना ने इलाके में तनाव का माहौल बना दिया है और स्थानीय प्रशासन स्थिति को नियंत्रण में रखने के लिए सतर्क है. पुलिस का कहना है कि वे मामले की गंभीरता से जांच कर रही है और इसमें शामिल सभी दोषियों के खिलाफ सख्त कानूनी कार्रवाई की जाएगी.