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तेलंगाना में इतनी है पिछड़े मुसलमानों की तादाद; पिछड़े वर्ग की हिस्सेदारी सबसे ज्यादा

Muslim Population in Telangana: तेलंगाना जातिगत सर्वे में खुलासा हुआ है कि राज्य में मुस्लिम अल्पसंख्यकों में पिछड़ी जातियों की तादाद 35 लाख से ऊपर है, जबकि मु्लिम ओबीसी की आबादी 8 लाख से ज्यादा है.

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तेलंगाना में इतनी है पिछड़े मुसलमानों की तादाद; पिछड़े वर्ग की हिस्सेदारी सबसे ज्यादा
Zee Salaam Web Desk|Updated: Feb 03, 2025, 08:02 AM IST
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Muslim Population in Telangana: तेलंगाना में हाल ही में जातिगत सर्वे कराए गए हैं. इसमें यह बात सामने आई है कि तेलंगाना में मुस्लिम अल्पसंख्यकों को छोड़कर दूसरे पिछड़े वर्ग की आबादी 46.25 फीसद है. यह राज्य की कुल आबादी का सबसे बड़ा हिस्सा है. जनसंख्या के लिहासज से पिछड़ी जातियों के बाद अनुसूचित जाति (17.43 फीसद), अनुसूचित जनजाति (10.45 फीसद), मुसलमानों में पिछड़े वर्ग (10.08 फीसद) और दीगर जातियां (13.31 फीसद), मुसलमानों में पिछड़ी जातियां (2.48 फीसद) सामिल हैं.

बहस के लिए पेश होगी रिपोर्ट
सर्वे करने वाले राज्य विभाग ने रविवार को राज्य नागरिक आपूर्ति मंत्री एन उत्तम कुमार रेड्डी की सदारत वाली कैबिनेट उप-समिति को अपनी रिपोर्ट सौंप दी. मंत्री ने कहा कि रोपोर्ट 4 फरवरी को राज्य मंत्रिमंडल के सामने पेश की जाएगी. उसी दिन इसे बहस के लिए विधानसभा के खास सत्र में रखा जाएगा. 

मुस्लिम अल्पसंख्यकों की आबादी
राज्य में अनूसूचित जातियों की अबादी 61,84,319, अनूसूचित जनजातियों की आबादी 37,05,929, मुस्लिम अल्पसंख्यकों के अलावा पिछड़ी जातियों की आबादी 1,64,09,179 है. वहीं, मुस्लिम अल्पसंख्यकों में पिछड़ी जातियों की तादाद 35,76,588 है. मु्लिम ओबीसी की आबादी 8,80,424 है. नागरिक आपूर्ति मंत्री एन उत्तम रेड्डी के मुताबिक राज्य में कुल मुस्लिम आबादी 12.56 फीसद है. 

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राज्य में कुल मकान
राज्य में कुल मकानों की तादाद 1,15,78,457 है. जबकि सर्वे किए गए कुल मकानों की तादाद 1,12,15,134 है. तेलंगाना पिछड़े वर्ग की कटेगरी में पिछड़े मुसलमानों को रिजर्वेशन देता है. 

16 लाख नहीं थे मौजूद
रेड्डी के मुताबिक सर्वे में 3,54,77,554 लोगों को शामिल किया गया. उन्होंने कहा कि 3.1 फीसद आबादी (16 लाख) इस सर्वे से बाहर रह गई, क्योंकि वे या तो मौजूद नहीं थे या इसमें हिस्सा लेने में दिलचस्पी नहीं दिखाई. 

तेलंगाना की बड़ी कामयाबी
मंत्री के मुताबिक यह रिपोर्ट तैयार करना तेलंगाना सरकार के लिए तारीखी कामयाबी है. यह इतिहास में दर्ज हो जाएगी. कांग्रेस के राहुल गांधी ने इलेक्शन के वक्त सामाजिक-आर्थिक, रोजगार, राजनीतिक और जातिगत सर्वे कराने का वादा किया था. यह सर्वे छह नवंबर 2024 से 50 दिनों में किया गया.

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