Kumbhalgarh News: राजस्थान के कुंभलगढ़ दुर्ग में मुस्लिम समाज के जरिए ताजिया जुलूस निकाले जाने को लेकर उपजा विवाद थमने का नाम नहीं ले रहा है. जिसकी वजह से कई दिनों से इलाके का बाजार बंद है और आज यानी शनिवार के दिन भी ये बंद रह सकता है. हालांकि जरूरत का सामान वाली दुकानें खुली रहीं.
मीडिया रिपोर्ट्स के मुताबिक गुरुवार को केलवाड़ा में जोरदार प्रदर्शन हुआ, जिसमें लोगों ने सड़कों पर टायर जलाकर विरोध जताया. कुंभलगढ़ भारतीय पुरातत्व सर्वेक्षण (ASI) के अधीन है और लंबे समय से यहां मुस्लिम समुदाय के जरिए ताजिया निकाले जाते रहे हैं. इसके लिए पुरातत्व विभाग से अनुमति मिलती रही है, लेकिन इस पर समय-समय पर हिंदू संगठनों की आपत्ति सामने आती रही है.
हालात को संभालने के लिए शुक्रवार को राजसमंद कलेक्टर अरुण कुमार हसीजा और एसपी मनीष त्रिपाठी ने दोनों पक्षों के प्रतिनिधियों के साथ बैठक की. अधिकारियों ने बताया कि एएसआई की सहमति और कानून व्यवस्था को ध्यान में रखते हुए ताजिया जुलूस के रूट में बदलाव किया गया है. मुस्लिम समुदाय ने भी प्रशासन के निर्देशों के अनुसार आयोजन करने का आश्वासन दिया है.
गुरुवार को जब प्रदर्शनकारी कुंभलगढ़ किले की ओर बढ़े और पुलिस की नाकेबंदी को पार कर गए, तो मौके पर कुंभलगढ़ विधायक सुरेंद्र सिंह राठौड़ पहुंचे. उन्होंने लोगों से शांतिपूर्ण ढंग से विरोध दर्ज कराने की अपील की. राठौड़ ने कहा कि मैं आप सभी के साथ हूं. आपकी बात सरकार तक पहुंच गई है, जल्द समाधान होगा. अभी तलवार निकालने की जरूरत नहीं है, कलम से काम हो रहा है. अगर आवश्यकता पड़ी तो तलवार भी निकलेगी. अगर सरकार ने कार्रवाई नहीं की तो मैं विधायक पद से इस्तीफा देकर आप सभी के साथ बैठ जाऊंगा."
प्रशासन से बातचीत के बाद अब शनिवार को कुंभलगढ़ में एक और बैठक प्रस्तावित है, जिसके बाद बाजार के दोबारा खुलने की संभावना जताई जा रही है. प्रशासन ने इलाके में करीब 200 पुलिसकर्मियों की तैनाती की है और हालात पर लगातार नजर रखी जा रही है.