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ईद-उल-अजहा से पहले मस्जिद-मदसरों की सीलिंग पर उठी आवाज; मुस्लिम समाज ने CM योगी को सौंपा ज्ञापन

UP Masjid Madarsa Sealed News: उत्तर प्रदेश सरकार ने हालिया कुछ माह में नेपाल बॉर्डर से सेट जिलों में बड़े स्तर पर मस्जिद, मदरसों, दरगाह और ईदगाह पर कार्रवाई कर रही है, जिनमें से कई इस्लामी जगहों को ध्वस्त कर दिया गया है, जबकि कई को सील कर दिया गया है. इसी को लेकर आज तहफ्फुज-ए-औकाफ सोसाइटी ने सीएम योगी के नाम ज्ञापन सौंपा.  

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लखनऊ में ज्ञापन सौंपते मुस्लिम समाज के लोग
लखनऊ में ज्ञापन सौंपते मुस्लिम समाज के लोग
Zee Salaam Web Desk|Updated: May 23, 2025, 09:49 PM IST
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Lucknow News Today: उत्तर प्रदेश में एनडीए की अगुवाई वाली योगी सरकार ने हालिया कुछ दिनों बड़े स्तर पर मस्जिद, मदरसों, ईदगाह और मजारों पर कार्रवाई की है. इनमें से मस्जिद, मदरसे को ध्वस्त कर दिया गया तो कई को सील कर दिया गया. इसी को लेकर शुक्रवार (23 मई) को जुमे की नमाज के बाद तहफ्फुज-ए-औकाफ सोसाइटी के बैनर तले मुस्लिम समुदाय के लोगों ने मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ के नाम एक ज्ञापन सौंपा. 

मोहम्मद तौहीद नजमी के नेतृत्व में मुस्लिम समाज के प्रतिनिधियों ने बाजारखाला थाने के इंस्पेक्टर को ज्ञापन देते हुए प्रदेश में मस्जिदों, मदरसों और ईदगाहों पर हो रही सीलिंग और ध्वस्तीकरण की कार्रवाई पर तत्काल रोक लगाने की मांग की. इस ज्ञापन में मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ को संबोधित करते हुए कहा गया है कि सीलिंग की वजह से इबादत में मुश्किलों का सामना करना पड़ रहा है. 

ज्ञापन सौंप की गई सीलिंग खोलने की मांग

ज्ञापन में नेपाल बॉर्डर से सटे जिलों श्रावस्ती, बहराइच, महराजगंज, सिद्धार्थनगर, लखीमपुर खीरी, पीलीभीत और बलरामपुर जिलों में सील की गई धार्मिक इमारतों जिनमें मस्जिद, मदरसे और मजार शामिल हैं, को खोलने की अपील की गई है. समुदाय का कहना है कि अगले माह 7 जून को ईद-उल-अजहा का पर्व है, इस दौरान हजारों मुसलमान इकट्ठा होकर नमाज अदा करते हैं, लेकिन सीलिंग की कार्यवाही की वजह से उन्हें इबादत में मुश्किलों का सामना करना पड़ रहा है. ऐसे में अगर सील मस्जिदों, ईदगाहों और मदरसों को फिर से खोला जाए तो समुदाय को बड़ी राहत मिल सकती है.

दरअसल, उत्तर प्रदेश सरकार ने भारत-नेपाल सीमा से लगे जिलों में अवैध मदरसों, मस्जिदों, मजार और इदगाहों के खिलाफ लगातार कार्रवाई कर रही है. मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ के निर्देश पर पीलीभीत, श्रावस्ती, बहराइच, बलरामपुर, सिद्धार्थनगर और महाराजगंज जिलों में 350 से ज्यादा इस्लामी स्थलों को सील कर दिया गया या फिर ध्वस्त कर दिया गया.

नेपाल से सटे जिलों में बड़े स्तर पर हुई कार्रवाई

भारत-पाकिस्तान में तनाव के बीच सिर्फ 10 और 11 मई को श्रावस्ती में 104 मदरसों सहित कई धार्मिक स्थलों को चिन्हित कर कार्रवाई की गई. इसके अलावा बहराइच, सिद्धार्थनगर और महाराजगंज में भी बड़ी संख्या में मदरसों पर बुलडोजर कार्रवाई की गई. सरकारी और निजी जमीन पर अवैध निर्माण करने वाले स्थलों को नोटिस जारी कर जवाब मांगा गया है. योगी सरकार इन जगहों को संवेदनशील मानते हुए सुरक्षा और कानून व्यवस्था से जोड़कर देख रही है. 

सिद्धार्थनगर में अब तक कुल 23 से ज्यादा अवैध निर्माण के खिलाफ सख्त कार्रवाई की गई है, इसी तरह महाराजगंज में अब तक 29 मदरसों और कई इस्लामिक जगहों को तहस-नहस किया जा चुका है, जो सरकारी और निजी जमीन पर बनाए गए थे. जबकि नेपाल से सटे बलरामपुर जिले में भी 30 मकबरे और 10 इस्लामी जगह और ईदगाह को गिरा दिया गया.

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