Jalgaon News Today: महाराष्ट्र समेत पूरे देश में संशोधित वक्फ कानून को लेकर विरोध का दायरा बढ़ता जा रहा है. इसी कड़ी में महाराष्ट्र के जलगांव में भी महिलाओं ने बड़े स्तर पर प्रदर्शन किया. इस दौरान महिलाओं ने जलगांव में एक मानव श्रृंखला बनाकर शांतिपूर्ण तरीके से प्रदर्शन किया. इस प्रदर्शन का मकसद महिलाओं के अधिकारों की रक्षा और सामाजिक न्याय की मांग करना था.
प्रदर्शन करने वाली महिलाओं का कहना था कि मौजूदा वक्फ कानून उनके बुनियादी अधिकारों और सामाजिक सुरक्षा के खिलाफ हैं. उन्होंने मांग की कि इन कानूनों को रद्द किया जाए, ताकि महिलाओं को समान अवसर और सम्मान मिल सके. महाराष्ट्र के जलगांव में वक्फ कानून के विरोध में महिलाओं का प्रदर्शन खास है.
महिलाओं और अन्य प्रदर्शनकारियों ने मांग की कि देश के सभी नागरिकों को समान अधिकार मिले और हम वक्फ कानून को खत्म करके समाज में सकारात्मक बदलाव लाया जाए. जलगांव शहर के बीच स्थित शिवाजी नगर और रेलवे स्टेशन के बीच लगभग दो किलोमीटर लंबे पुल पर करीब 2500 महिलाओं ने मानव श्रृंखला बनाकर वक्फ़ कानून के खिलाफ अपना विरोध दर्ज कराया.
बता दें, बीते माह 3 अप्रैल में वक्फ कानून के खिलाफ वोटिंग हुई थी. लोकसभा में वक्फ कानून के पक्ष में 288 और विरोध में 232 वोट पड़े थे. इसके अगले दिन यह राज्यसभा में 95 के मुकबाले 128 वोट से पारित हो गया. जिसे राष्ट्रपति से मंजूरी मिलने के बाद पूरे देश में लागू हो गया. संशोधित वक्फ कानून के खिलाफ पूरे देश से सुप्रीम कोर्ट में 70 से ज्यादा याचिकाए दायर की गई हैं. जिस पर चीफ जस्टिस बीआर गवई की अध्यक्षता में सुनवाई हो रही है.
वक्फ कानून लागू होते ही पूरे देश में प्रदर्शन शुरू हो गया. ऑपरेशन सिंदूर और पाकिस्तान के खिलाफ बॉर्डर पर तनाव को देखते हुए ऑल इंडिया मुस्लिम पर्सनल लॉ बोर्ड समेत सभी संगठनों ने विरोध प्रदर्शन टाल दिया था. हालांकि, अब स्थिति सामान्य होने के बाद एक बार फिर से पूरे देश में वक्फ कानून के खिलाफ प्रदर्शन शुरू हो गया है. फिलहाल सुप्रीम कोर्ट ने सुनवाई के बाद इस कानून के कुछ बिंदु पर अंतरिम रोक लगा दी है.
ये भी पढ़ें: महबूबा मुफ्ती ने कश्मीरी पंडितों की वापसी के लिए मांगा आरक्षण; कहा- 'मुस्लिमों से धब्बा हटाओ'