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Maharashtra: क्या उद्धव और ओवैसी की पार्टी साथ में लड़ेगी चुनाव? AIMIM ने दिए बड़े संकेत

Maharashtra News: महाराष्ट्र सियासत में बड़े बदलाव देखने को मिल सकते हैं. इसका संकेत एआईएमआईएम विधायक ने दिया है. माना जा रहा है कि इस बार ओवैसी और उद्धव ठाकरे की पार्टी एक साथ आ सकती है.

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Maharashtra: क्या उद्धव और ओवैसी की पार्टी साथ में लड़ेगी चुनाव? AIMIM ने दिए बड़े संकेत
Sami Siddiqui |Updated: Jun 06, 2025, 10:19 AM IST
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Maharashtra News: महाराष्ट्र में आने वाले स्थानीय निकाय चुनावों के मद्देनजर सभी राजनीतिक दल अपनी-अपनी तैयारियों में जुटे हुए हैं. पिछले कुछ सालों में राज्य की राजनीति में ऐसी घटनाएं हुई हैं, जिसके चलते राज्य में बड़ी हलचल की उम्मीदें दिख रही हैं. इसी सिलसिले में अब उद्धव ठाकरे की अगुवाई वाली शिवसेना और असदुद्दीन ओवैसी की पार्टी एआईएमआईएम के बीच गठबंधन की संभावना पैदा हो गई है. 

एआईएमआईएम ने दिया संकेत

एआईएमआईएम की महाराष्ट्र यूनिट ने संकेत दिया है कि वह आने वाले स्थानीय निकाय चुनावों में शिवसेना के साथ गठबंधन करेगी. कुछ समय पहले विधायक आदित्य ठाकरे ने राज्य की भलाई के लिए सभी दलों से एक साथ आने की अपील की थी, जिसके बाद अब एआईएमआईएम ने गठबंधन को लेकर पॉजीटिव साइन दिए हैं.

विधायक इस्माइल कासमी ने कही बड़ी बात

एआईएमआईएम के मालेगांव विधायक मुफ़्ती इस्माइल कासमी ने कहा है कि वह चाहते हैं कि ठाकरे और ओवैसी साथ आएं, क्योंकि उनके लिए धर्म कोई मुद्दा नहीं है बल्कि विकास के मुद्दों पर चर्चा महत्वपूर्ण है. उन्होंने कहा कि अगर कोई उन्हें विकास के मुद्दों पर बुलाता है तो वह खुद आगे बढ़ेंगे, हालांकि गठबंधन पर आखिरी फैसला एआईएमआईएम का ही है.

मुफ्ती इस्माइल कासमी ने आगे कहा कि पिछले विधानसभा चुनाव में भी उन्होंने गठबंधन बनाने की कोशिश की थी और महा विकास अघाड़ी में शामिल होना चाहते थे. लेकिन, उन्हें स्वीकार नहीं किया गया. अब आदित्य ठाकरे की अपील के बाद यह तो समय ही बताएगा कि वह उन्हें साथ लेकर चलेंगे या नहीं.

बता दें, पहलगाम हमले के बाद एआईएमआईएम चीफ असदुद्दीन ओवैसी की छवि एकदम बदली है. उनकी अब पहचान मुसलमानों के हक में बोलने वाले नेता के साथ-साथ देश से मोहब्बत करने वाले नेता के तौर पर भी होने लगी है. उनकी इंटेलिजेंस और इसी छवि की वजह से उन्हें भारत को इंटरनेशनल लेवल पर रिप्रेजेंट करने के लिए सरकार ने भेजा, और असदुद्दीन ओवैसी इस पर बखूबी उतरे. ऑल पार्टी डेलिगेशन के मेंबर के तौर पर अलग-अलग मुमालिक का दौरे करते हुए उन्हें पाकिस्तान को बुरी तरह से इंटरनेशनल लेवल पर ज़लील किया.

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