Karnataka News Today: देश में लगातार मुसलमानों के खिलाफ हिंसा के मामले बढ़ते जा रहे हैं. कर्नाटक के मेंगलुरु में एक लोकल क्रिकेट मैच के दौरान 'पाकिस्तान जिंदाबाद' का नारा लगाने के आरोप में एक युवक की कई लोगों ने पीट-पीटकर हत्या कर दी. इस मामले में पुलिस ने अब तक 10 से ज्यादा लोगों को गिरफ्तार किया है.
कर्नाटक के गृह मंत्री जी. परमेश्वर ने घटना की पुष्टि करते हुए बताया कि पीड़ित की मौके पर मौत नहीं हुई थी, बल्कि बाद में गंभीर चोट लगने की वजह से हुई थी. उन्होंने कहा कि मृतक युवक के पोस्टमार्ट की विस्तृत रिपोर्ट का इंतजार है और पुलिस ने इस मामले में कई आरोपियों को गिरफ्तार किया है.
हिंदुस्तान टाइम्स में छपी खबर के मुताबिक, यह घटना रविवार दोपहर करीब 3 बजे मेंगलुरु के बाहरी इलाके कुदुपु गांव में स्थित भट्र काल्लूरती मंदिर के पास की है. यहां एक क्रिकेट टूर्नामेंट चल रहा था, जिसमें 10 टीमों के 100 से ज्यादा खिलाड़ी टूर्नामेंट में हिस्सा ले रहे थे.
मौके पर मौजूद प्रत्यक्षदर्शियों के मुताबिक, पीड़ित की सचिन नाम के एक युवक से कहासुनी हो गई थी, जो देखत- देखते हाथापाई में तब्दील हो गई. इसके बाद भीड़ ने युवक पर लाठियों और लात-घूंसों से हमला कर दिया. मौके पर मौजूद कुछ लोगों ने बीच-बचाव की कोशिश की, लेकिन कुछ हमलावरों ने उन्हें भी बेरहमी से पीटा. शाम करीब 5:30 बजे पुलिस को मंदिर के पास युवक का शव मिला, जिसके बाद पुलिस ने शव को कब्जे में लेकर पोस्टमार्टम के लिए भेज दिया और आगे की जांच में जुट गई.
मेंगलुरु पुलिस कमिश्नर अनुपम अग्रवाल ने बताया कि शुरुआत में पुलिस ने इसे अप्राकृतिक मौत का मामला मानते हुए जांच शुरू की, लेकिन पोस्टमार्टम रिपोर्ट से पुष्टि हुई कि युवक की मौत कई गंभीर चोटों और इलाज न मिलने की वजह से हुई है.
वेनलॉक जिला अस्पताल में हुई पोस्टमार्टम रिपोर्ट से पता चला है कि युवक की पीठ पर कई बार घातक वार किया गया था, जिस्म में इंटरनल ब्लीडिंग और सदमे की वजह से मौत हो गई. मृतक के हाथ- पैर, पीट और प्राइवेट पार्ट पर डंडे से पीटने के निशान मिले हैं.
पुलिस के मुताबिक, मुख्य आरोपी की पहचान सचिन के रूप में हुई है, जो कुदुपु का रहने वाला है. फिलहाल पुलिस ने सचिन को हिरासत में ले लिया है. कमिश्नर अनुपम अग्रवाल ने कहा, "इस मामले में गंभीर धाराओं में मुकदमा दर्ज किया गया है. अगर आरोप साबित होते हैं, तो दोषियों को उम्रकैद या फांसी तक की सजा हो सकती है."
इस मामले में पुलिस ने स्थानीय निवासी दीपक कुमार (33) की शिकायत पर एफआईआर दर्ज किया है. एफआईआर में 19 लोगों को नामजद आरोपी बनाया गया है. पुलिस वारदात में शामिल दूसरे आरोपियों तक पहुंचने के लिए सीसीटीवी फुटेज और मोबाइल डेटा की जांच कर रही है. पुलिस ने बताया कि घटनाक्रम को स्पष्ट करने के लिए डीजिटल साक्ष्यों की मदद ली जा रही है.
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