Moradabad News Today: उत्तर प्रदेश और उत्तराखंड में बीजेपी सरकार की अगुवाई वाली सरकारों ने कांवड़ यात्रा के दौरान दुकानों पर नेम प्लेट लगाने का आदेश दिया है. इसके बाद पूरे देश में विवाद शुरू हो गया है. सेक्यूलर और शांति पसंद लोगों ने दोनों राज्यों की सरकारों के इस आदेश को सांप्रदायिक सौहार्द बिगाड़ने और समाज में खाई पैदा करने वाला बताया है.
हालांकि, कुछ लोगों ने कांवड़ियों की धार्मिक भावनाओं की कद्र करते हुए इस आदेश का पुरजोर समर्थन किया है. वहीं, अब मुरादाबाद से समाजवादी पार्टी के पूर्व सांसद डॉ एस टी हसन ने उत्तर प्रदेश और उत्तराखंड सरकार का कांवड़ यात्रा के दौरान दुकानों पर नाम की नेम प्लेट लगाने के फैसले का समर्थन किया है, लेकिन उन्होंने इससे सांप्रदायिक सौहार्द बिगड़ने की भी आशंका जताई है.
पूर्व सपा सांसद डॉक्टर एस टी हसन ने जोर देते हुए कहा, "हमें अपनी पहचान छिपाने की जरूरत नहीं है. अगर कोई मुसलमान धोखा देकर कारोबार करता है तो वह उसका गुनाह है. नेम प्लेट लगानी चाहिए, लेकिन इससे लोगों के बीच दूरियां बढ़ सकती हैं." उन्होंने कहा कि "हिंदू और मुसलमान दोनों एक-दूसरे की दुकानों से सामान खरीदते हैं, खाते-पीते हैं. यह आम दिनों में भी होता है. यह आपसी भाईचारा है और उसे बनाए रखना चाहिए."
हालिया दिनों मुजफ्फरनगर में हिंदू संगठनों के जरिये दुकानदारों से जबरन उनका पैंट उतरवाने का मामला सामने आया था. एस टी हसन ने पैंट उतरवाने वालों की तुलना आतंकवादियों से की थी. उन्होंने कहा कि "सरकार के आदेश का पालन कराना प्रशासन का काम है,यह नहीं कि 8 से 10 आदमी खड़े होकर धमकाने लगे." पूर्व सपा सांसद ने सवाल किया कि "अगर धमकाने पर किसी ने हिंदू नाम बता दिया तो क्या वह तब भी पैंट उतरवाकर देखेंगे. अगर ऐसा करेंगे तो वे भी आतंकवादी हैं और उन्हीं की तरह बर्ताव कर रहे हैं."
पहलगाम में हुए आतंकी हमले का जिक्र करते हुए एस टी हसन ने कहा, "पहलगाम में भी तो यही हुआ था, जिसने मुसलमान नाम बता दिया. उसकी पेंट उतरवाकर देखी गई." उन्होंने अपने बयान का बचाव करते हुए कहा, "अगर मैंने ये कह दिया तो इसमें बुराई क्या है? इन लोगों पर कार्रवाई होनी चाहिए. यह देश के सांप्रदायिक सौहार्द और माहौल बिगाड़ रहे हैं."
पूर्व समाजवादी पार्टी सांसद एस टी हसन ने हिंदू संगठनों पर निशाना साधते हुए कहा, "या तो वो यह कह दें कि वह जो कर रहे हैं, वह सही कर रहे है. अगर वे सही कर रहे हैं, तो इसको कहने में शर्म क्यों आ रही है." उन्होंने कहा, "प्रशासन का काम अगर स्थानीय लोग या गुंडे करते रहे तो कोई कहीं भी घुस जाएगा और बवाल करेगा.
बीजेपी नेताओं द्वारा एस टी हसन पर कांवड़ियों को आतंकवादी कहने के दावों पर उन्होंने सफाई दी. एस टी हसन ने कहा, "मैंने कभी कांवड़ियों को कुछ नहीं कहा है. सभी लोग उनकी इज्जत करते हैं. मुसलमान भी कांवड़ियों की सेवा करते हैं, फूल बरसाते हैं. कैंप लगाते हैं." कांग्रेस नेता दिग्विजय सिंह ने कांवड़ यात्रा के दौरान हुड़दंग करने का दावा किया था. इस पर एस टी हसन ने कहा, "हर समाज में अच्छे-बुरे लोग होते हैं. कुछ लोग गाड़ियों को रास्ता नहीं देते, तो कुछ ऐसे भी होते हैं जो खुद रास्ता बनाते हैं."