Bhopal Mosque Controversy: मध्य प्रदेश में मुस्लिम समुदाय का एक और धार्मिक स्थल भारतीय जनता पार्टी (BJP) की अगुवाई वाली मोहन यादव सरकार के निशाने पर है. प्रदेश की राजधानी भोपाल की एक मस्जिद को हटाने के लिए जिला प्रशासन ने नोटिस जारी किया है. जिला प्रशासन की तरफ से मिले इस नोटिस के बाद मुस्लिम समुयाद के लोग सकते में हैं.
दरअसल, मध्य प्रदेश की राजधानी भोपाल में दिलकश मस्जिद और भदभदा डैम के पास बनी एक मस्जिद के अस्तित्व पर खतरा मंडरा रहा है. इस मस्जिदों को हटाने के लिए भोपाल जिला प्रशासन ने इंताजामिया को नोटिस जारी किया है. एनजीटी के आदेश का हवाला देते हुए तहसीलदार की तरफ से जारी नोटिस में मस्जिद दिलकश और मस्जिद भदभदा डैम को जल्द से जल्द हटाने को कहा गया है.
तहसीलदार की तरफ से नोटिस जारी करते हुए कहा गया है कि मुसलमान खुद ही स्वेच्छा से इस मस्जिद को हटा दें, वरना प्रशासन बलपूर्वक इस मस्जिद को हटा देगा. इस नोटिस के बाद मुस्लिमों डर है और प्रशासन के इस रवैये से नाराज हैं. स्थानीय मुसलमानों का कहना है कि न हम मस्जिद को हटाएंगे न किसी कीमत पर मस्जिद हटने देंगे.
भोपाल स्थित दिलकश मस्जिद को लेकर दावा किया जा रहा है कि पहले ये मस्जिद छोटी सी हुआ करती थी, पुरानी मस्जिद का छोटा गेट आज भी नजर आ रहा है. इस मस्जिद में पहले दर्जनभर लोग ही नमाज अदा कर सकते थे. बाद में जब नमाजियों के जगह कम पड़ने लगी तो इस मस्जिद का नए सिरे से निर्माण किया गया और इसका दायरा बढ़ा दिया गया है.
दिलकश मस्जिद को नवनिर्माण के बाद इसकी क्षमता बढ़ गई. अब इस मस्जिद में एक साथ 800 से लेकर एक हजार से ज्यादा लोग एक साथ नमाज अदा कर सकते हैं.