Murshidabad Riots: मुर्शिदाबाद दंगे के बाद ममता बनर्जी का पहला बयान आया है. उन्होंने कहा है कि कोई भी हो उसे कानून हाथ में नहीं लेना चाहिए और शांति से प्रदर्शन करना चाहिए. उन्होंंने कहा कि कानून के रखवाली के लिए लोग हैं, अगर कोई उकसाता है तो उसके बहकावे में बिल्कुल न आएं.
ममता बनर्जी ने कहा कि ABCDEFG कोई भी हो उसे कानून हाथ में लेने की जरूरत नहीं है. क्योंकि ऐसे हालातों में जो दिमाग शांत रखता है, उसी की जीत होती है. जब मैं किसी दूसरे धर्म के प्रोग्राम में जाती हूं जो मुझे लेकर चर्चा होती है, यहां तक कि मेरा टाइटल भी बदल दिया जाता है.
उन्होंने आगे कहा कि हम अकेल जन्म लेते हैं और अकेले ही मर जाते हैं. तो कैसी लड़ाई? कैस दंगा और कैसी अशांति? मैं सबसे कहूंगी, इजातत के साथ शांतिपूर्ण तरीके से गणतांत्रिक रस्ते में विरोध प्रदर्शन का अधिकार सभी का है.
बता दें, नए वक्फ कानून के खिलाफ शुक्रवार को मुस्लिम बहुल मुर्शिदाबाद जिले के धुलियान इलाके में प्रोटेस्ट हुआ था. इस दौरान हिंसा भड़क गई और तीन लोगों की मौत हो गई. इस हिंसा में कई लोग घायल हुए थे. इसी मुद्दे पर ताजा हिंसा में, विपक्षी भारतीय धर्मनिरपेक्ष मोर्चा के समर्थकों ने सोमवार को दक्षिण 24 परगना जिले के भांगर में पुलिस के साथ झड़प की, जिसमें कई लोग घायल हो गए और कई पुलिस वाहनों को आग लगा दी गई.
इलाके के हिंदू कर रहे हैं पलायन
इस हिंसा के बाद बीजेपी लगातार त्रिणमूल कांग्रेस पर हमलावर है और उस पर गंदी राजनीति करने का इल्जाम लगा रही है. आरोप लग रहे हैं कि इस हिंसा के बाद इलाके के हिंदू पलायन करने लगे हैं. इसी बात को मुद्दा बनाकर बीजेपी ममता बनर्जी सरकार पर हमला बोल रही है.