Muzaffarnagar News: उत्तर प्रदेश के मुजफ्फरनगर ज़िले में एक बड़े धर्मांतरण सिंडिकेट का खुलासा हुआ है. इस मामले में आगरा पुलिस ने देश के अलग-अलग राज्यों से कुल 10 लोगों को गिरफ़्तार किया है. इनमें से एक आरोपी अबू तालिब को भी पुलिस ने अरेस्ट किया है. आरोपी मुजफ्फरनगर के खालापुर थाना क्षेत्र के जामिया नगर का रहने वाला है. अबू तालिब पर नाबालिग लड़कियों को पैसों का लालच देकर उनका धर्मांतरण कराने का इल्जाम है.
पुलिस का कहना है कि अबू तालिब पिछले कुछ समय से इस धर्मांतरण सिंडिकेट के लिए काम कर रहा था. पुलिस ने उसे दो दिन पहले उसके घर से गिरफ़्तार किया था और उसके पास से दो मोबाइल फ़ोन भी बरामद किए थे, जिनमें कई गंभीर सबूत मिले हैं. आगरा के पुलिस कमिश्नर दीपक कुमार ने आज एक प्रेस कॉन्फ्रेंस में इस पूरे मामले की जानकारी दी. उन्होंने बताया कि इस सिंडिकेट का नेटवर्क यूपी, गोवा, दिल्ली, उत्तराखंड, राजस्थान और बंगाल तक फैला हुआ है और पुलिस को कई ऐसे दस्तावेज़ और रिकॉर्ड मिले हैं जिनके आधार पर इन लोगों को गिरफ़्तार किया गया.
अबू तालिब की बहन ने क्या कहा?
वहीं, अबू तालिब के परिवार ने पुलिस द्वारा लगाए गए आरोपों को पूरी तरह से खारिज कर दिया है. उनका कहना है कि अबू तालिब एक साधारण व्यक्ति है जो दर्जी और ड्राइवर का काम करता था. उसकी बहन सोफिया ने कहा कि अबू तालिब को सिर्फ़ इसलिए जानबूझकर फंसाया गया है क्योंकि वह मुसलमान है. सोफिया ने कहा कि उसके भाई के खिलाफ न तो थाने में कोई शिकायत दर्ज है और न ही उसने इलाके में कोई गलत काम किया है. उसका रिकॉर्ड बिल्कुल साफ़ है. उसने यह भी कहा कि हो सकता है कि उसके किसी जानने वाले ने उसे धोखे से फंसाया हो.
पुलिस पर गुफराना का संगीन इल्जाम
अबू तालिब की फूफी गुफराना ने पुलिस पर संगीन इल्जाम लगाया. उन्होंने कहा, "मेरे बच्चे को फंसाया गया है. पुलिसवाले अचानक आए और अबू तालिब के घर का पता पूछा. इसके बाद वे घर में घुस गए. इसके बाद उन्होंने अबू तालिब के बड़े भाई का फोन छीन लिया. इसके बाद तालिब को पकड़ लिया गया. इस दौरान पुलिसवालों ने परिवार के साथ बदसलूकी की." गुफराना ने आगे कहा कि पुलिसवालों ने कुरान को फेंक दिया. वहीं, परिवार को उम्मीद है कि जल्द ही अबू तालिब रिहा हो जाएगा और उसे न्याय मिलेगा."