Netanyahu Advisor Plan: पीएम बेंजामिन नेतन्याहू के एक सीनियर सलाहकार ने ऐसा प्लान बताया है जिससे गाजा का नक्शे से नाम-ओ-निशान मिट सकता है. उनका कहना है कि हमास पर प्रेशर बनाने के लिए इजराइल को लगातार गाजा में स्ट्राइक करते रहना चाहिए. जबकि यूरोपीय देशों का कहना है कि इजराइल को सीजफायर को रोक देना चाहिए.
नेतन्याहू के विदेश नीति सलाहकार ओफिर फॉक ने कहा कि मिलिट्री दबाव की वजह से हमास को नवंबर 2023 में पहले सीजफायर को कबूल कना पड़ा था, जिसके तहत करीब 80 बंधकों को वापस लौटाया गया था. उन्होंने कहा कि यह बाकि 59 बंधकों को रिहा कराने का सबसे पक्का तरीका भी है. उन्होंने रिपोर्टर्स से कहा,"उनके वार्ता की मेज पर वापस लौटने की इकलौती वजह सैन्य दबाव था, और हम अभी यही कर रहे हैं."
जानकारों की मानें तो मिलिट्री प्रेशर बनाने से गाजा के नागरिकों को भारी नुकसान होगा. इजराइली हमलों में हमास के कुछ लोग ही मारे जाते हैं, वहीं आम लोग सैकड़ों की तादाद में मरते हैं. जमीन पर इजराइल खास कुछ नहीं कर पाता है, लेकिन हवाई हमलों में आम नागरिकों को ज्यादा नुकसान पहुंचाता है. गाजा में पिछले 5 दिनों में 800 से ज्यादा लोगों की मौत हुई है, जिनमें बच्चों और औरतों की मात्रा काफी ज्यादा है.
एक्सपर्ट्स की मानें तो अगर इजराइल हवाई हमले करता रहता है तो उसके बंधकों को भी नुकसान पहुंच सकता है. इससे पहले भी इजराइल पर कई बंधकों को अपने हवाई हमलों में मारने का इल्जाम लग चुका है. पिछले साल इजराइल के सैनिकों ने दो लोगों को हमास के आतंकी समझ कर गोली मार दी थी. इसके कुछ दिनों बाद ही हमास ने इल्जाम लगाया था कि इजराइली हमलों में एक महिला कैदी और उसके दो बच्चों की मौत हो गई है.
हमास ने इजरायल पर युद्ध को अंतिम रूप से समाप्त करने और गाजा से अपने सैनिकों की वापसी के लिए वार्ता शुरू करने से इनकार करके जनवरी के युद्ध विराम समझौते की शर्तों को तोड़ने का आरोप लगाया है, लेकिन उसने कहा है कि वह अभी भी बातचीत करने के लिए तैयार है और अमेरिका राजदूत विटकॉफ के प्रस्ताव पर विचार कर रहा है.