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Nitin Gadkari बोले मुस्लिम समाज से बनेंगे IAS और IPS तो होगा समाज का भला: VIDEO

Nitin Gadkari on Muslims: नितिन गडकरी ने मुस्लिम समाज को लेकर बड़ा बयान दिया है. उनका कहना है कि अगर भारत में किसी को सबसे ज्यादा शिक्षा की जरूरत है तो वह मुस्लिम समाज है.

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Nitin Gadkari बोले मुस्लिम समाज से बनेंगे IAS और IPS तो होगा समाज का भला: VIDEO
Sami Siddiqui |Updated: Mar 16, 2025, 11:10 AM IST
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Nitin Gadkari on Muslims: केंद्रीय मंत्री नितिन गडकरी ने शनिवार को एक ऐसा बयान दे दिया कि उनकी जमकर तारीफ हो रही है. वहीं कुछ लोग इस बयान पर आलोचना भी करते नजर आ रहे हैं. अपने बेबाक बातों के लिए मशहूर नितिन गडकरी ने यह बयान मुसलमानों को लेकर दिया है. उनका कहना कहना है कि अगर मुस्लिम समाज से ज्यादा आईएएस और आईपीएस निकलते हैं तो इससे समाज का भला होगा.

क्या बोले नितिन गडकरी?

मीडिया रिपोर्ट्स के मुताबिक नितिन गडकरी ने कहा कि वह जाति और धर्म को कभी नहीं लाते हैं, क्योंकि कोई भी इंसान उसके गुणों से बड़ा होता है. उन्होंने राजनीति की बात करते हुए कहा कि जो करेगा ज़ात की बात उसे मारूंगा लात. राजनीति में जात और धर्म की बहुत बातें चलती हैं. मैंने बोला मैं अपने हिसाब से चलूंगा. जिसे वोट देना है वो दे और नहीं देना है तो मत दे.

मुस्लिम समाज को है शिक्षा की जरूरत

दरअसल, गडकरी ननमुदा संस्थान के दीक्षांत समारोह में खिताब कर रहे थे. इस दौरान उन्होंने कहा जब में महाराष्ट्र में एमएलए था तो मुझे भी एक इंजीनियरिंग कॉलेज मिला था, और यह कॉलेज मैंने नागपुर के अंजुमन इस्लाम को दिया था. मैंने बोले कि हमारे समाज में अगर शिक्षा की सबसे ज्यादा किसी को जरूरत है तो वह मुस्लिम समाज को है.

मुसलमान बने सिविल सर्वेंट तो हो समाज का सुधार

केंद्रीय मंत्री ने आगे कि दुर्भाग्यवश इस समाज में पांच ही धंधे फेमस हैं. चाय की टपरी, पान ठेला, ट्रक ड्राइवर, कबाड़ी और साफ-सफाई. अगर हमारे इस समाज (मुस्लिम समाज) से डॉक्टर, इंजीनियर आईएएस और आईपीएस बनेंगे तो ही समाज का सुधार होगा. इसलिए हम मस्जिद में एक बार नहीं सौ बार नमाज़ पढ़ेंगे. लेकिन हम विज्ञान और टेक्नोलॉजी को नहीं अपनाएंगे तो हमारा भविष्य क्या होगा?

डॉक्टर कलाम का किया जिक्र

नितिन गडकरी ने इस दौरान अब्दुल कलाम का जिक्र करते हुए कहा कि जब डॉक्टर अब्दुल कलाम साहब न्यूक्लियर साइंटिस्ट बने तो आज उनका नाम देश में ही नहीं बल्कि गैर मुल्कों में भी मश्हूर है. इसलिए मैं एक बात पर यकीन करता हूं कि कोई भी इंसान उसकी ज़ात, धर्म और सेक्स से बड़ा नहीं होता है, बल्कि उसके गुणों से होता है. इसलिए हम इन चीजों के आधार पर किसी के साथ पक्षपात नहीं करते हैं.

राजनीति में चलती हैं धर्म और मज़हब की बातें

नितिन गडकरी आगे कहते हैं कि मैं तो राजनीति में हूं और यहां तो बहुत बातें चलती हैं. मैंने कही नहीं, मैं अपने हिसाब से चलूंगा, जिसे वोट देना होगा देगा, जिसे नहीं देना होगा वो नहीं देगा. बहुत जाति वाले लोग मुझसे मिलने आते हैं, मैंने उन्हें सबके सामने कह दिया, जो करेगा जात की बात मैं मारूंगा उसे लात.

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