Asaduddin Owaisi on Babri Masjid: पार्लियामेंट में अंतरिम बजट सेशन चल रहा है. इस दौरान लोकसभा में राम मंदिर निर्माण को लेकर चर्चा हुई है. जिसमें AIMIM के चीफ और हैदराबाद से लोकसभा सांसद असदुद्दीन ओवैसी ने इस चर्चा में हिस्सा लिया. इस दौरान उन्होंने पूर्व पीएम पीवी नरसिम्हा राव और बीजेपी की सीनियर लीडर लाल कृष्ण आडवानी को भारत रत्न दिए जाने पर सवाल उठाया है.
पूर्व पीएम पर बोला हमला
उन्होंने कहा, "शिव सेना (शिंदे गुट) के सांसद ने अपने भाषण में बताया कि जब 6 दिसंबर को बाबरी मस्जिद को शहीद किया जा रहा था तो पूर्व पीएम पीवी नरसिम्हा राव पूजा कर रहे थे. भाजपा की सहयोगी पार्टी कह रही है कि नरसिम्हा ने कहा कि मुझे डिस्टर्ब मत करो, मैं पूजा कर रहा हूं."
बाबरी मस्जिद जिंदाबाद - ओवैसी
ओवैसी ने आगे कहा, "जो मस्जिद शहीद होने पर पूजा कर रहे थे और जिस शख्स ने मस्जिद गिराने के लिए रथ यात्रा निकाली मोदी सरकार ने दोनों लोगों को भारत के सर्वोच्च पुरस्कार से नवाजा है. यह बताता है कि इंसाफ जिंदा है या जुल्म को बरकरार रखा जा रहा है. प्रधानमंत्री जब यहां जवाब देंगे तो क्या 140 जनता के प्रधानमंत्री के तौर पर बयान देंगे या फिर हिंदुत्व के लीडर के तौर पर बोलेंगे. मेरा दिल कहता है कि अयोध्या में मस्जिद थी, है और हमेशा रहेगी. बाबरी मस्जिद जिंदाबाद!"
लोकसभा में बाबरी मस्जिद को ध्वस्त करने की घटना की निंदा
इसके साथ उन्होंने कहा, "16 दिसंबर 1992 को लोकसभा ने एक रेजोलूशन पास किया था. इसमें कहा गया था कि यह पार्लियामेंट, अयोध्या में बाबरी मस्जिद को ध्वस्त करने की घटना की निंदा करता है, जिससे मुल्क में हिंसा भड़की और देश की धर्म निष्पक्षता को नुकसान पहुंचाया. आज केंद्र सरकार 6 दिसंबर की घटना को लेकर जश्न मना रही है."
सुप्रीम कोर्ट का दिया हवाला
ओवैसी ने सुप्रीम कोर्ट का हवाला देते हुए कहा, "कोर्ट ने कहा कि बाबरी मस्जिद को मंदिर तोड़कर नहीं बनाया गया था. उन्होंने पूछा कि क्या सरकार एक समुदाय या एक मजहब की सरकार है. मैं मर्यादा पुरुषोत्तम राम की इज्जत करता हूं और नाथूराम गोडसे से नफरत करता हूं, क्योंकि उसने ऐसे शख्स को गोली मारी, जिसकी जबान से आखिरी शब्द 'हे राम' निकले."