Pahalgam Attack: पहलगाम आतंकवादी हमले के मद्देनजर सरकार के जरिए बुलाई गई सर्वदलीय बैठक में हिस्सा लेने के बाद, ऑल इंडिया मजलिस-ए-इत्तेहादुल मुस्लिमीन (एआईएमआईएम) के चीफ असदुद्दीन ओवैसी ने पाकिस्तान के खिलाफ कड़ी कार्रवाई का आह्वान किया है और सिंधु जल संधि को निलंबित करने की सराहना की है.
उन्होंने कहा, "यह बहुत अच्छी बात है कि सिंधु जल संधि को निलंबित कर दी गई है, लेकिन हम पानी कहां रखेंगे? केंद्र सरकार जो भी फैसला लेगी, हम उसका समर्थन करेंगे. यह कोई राजनीतिक मुद्दा नहीं है."
उन्होंने कहा, "केंद्र सरकार उस देश के खिलाफ कार्रवाई कर सकती है जो आतंकवादियों को पनाह देता है. अंतरराष्ट्रीय कानून हमें पाकिस्तान के खिलाफ आत्मरक्षा में हवाई और नौसैनिक नाकेबंदी करने और हथियारों की बिक्री पर पाकिस्तान पर प्रतिबंध लगाने की भी इजाजत देता है."
इसके साथ ही ओवैसी ने सरकार के इंतेजामात पर भी सवाल उठाए. उन्होंने कहा,"बैसरन घास के मैदान में सीआरपीएफ को क्यों नहीं तैनात किया गया?...रैपिड एक्शन फोर्स को वहां पहुंचने में एक घंटा क्यों लगा?"
उन्होंने कहा कि कश्मीरियों और कश्मीरी छात्रों के खिलाफ "झूठा प्रचार" बंद किया जाना चाहिए. उन्होंने कहा, "मैं उस तरीके की निंदा करता हूं, जिस तरह आतंकवादियों ने लोगों से उनका धर्म पूछकर उनकी हत्या की."
आज की बैठक में केंद्रीय मंत्री और भाजपा के राष्ट्रीय अध्यक्ष जेपी नड्डा, केंद्रीय मंत्री किरेन रिजिजू, विदेश मंत्री एस जयशंकर, कांग्रेस अध्यक्ष, कांग्रेस सांसद और लोकसभा में विपक्ष के नेता (एलओपी) राहुल गांधी सहित कई बड़े नेता इस मीटिंग में शामिल थे
बता दें, आतंकवादियों ने मंगलवार को पहलगाम के बैसरन मैदान में पर्यटकों पर हमला किया, जिसमें 28 भारतीय नागरिक और एक नेपाली नागरिक मारे गए, जबकि कई अन्य घायल हो गए, जो 2019 के पुलवामा हमले के बाद घाटी में सबसे घातक हमलों में से एक था जिसमें 40 सीआरपीएफ जवान मारे गए थे.