Pahalgam News: जम्मू-कश्मीर के पहलगाम में हुए आतंकी हमले के खिलाफ भारतीय समुदाय के लोगों ने लंदन में पाकिस्तान हाई कमीशन के बाहर प्रदर्शन किया. इस दौरान एक पाकिस्तानी सेना के अधिकारी वीडियो में कैप्चर हो गया है, जिसमें वह प्रदर्शनकारियों की तरफ गले काटने जैसी धमकी भरी हरकत करते दिख रहा है.
यह वीडियो अब सोशल मीडिया पर तेजी से वायरल हो रहा है. वीडियो में देखा जा सकता है कि कर्नल तैमूर, जो लंदन में पाकिस्तान हाई कमीशन में आर्मी और एयर अडवाइजर हैं, भारतीय समुदाय के प्रदर्शनकारियों की तरफ देखकर गले रेतने का इशारा कर रहे हैं.
इस प्रदर्शन में 500 से ज़्यादा ब्रिटिश हिंदू शामिल हुए. उन्होंने भारतीय झंडे, बैनर और पोस्टर लेकर आतंकवाद के खिलाफ नारे लगाए और पाकिस्तान पर आतंकियों को पनाह देने का आरोप लगाया. प्रदर्शनकारियों ने मांग की कि पीड़ितों को इंसाफ मिले और पाकिस्तान को इसकी जिम्मेदारी लेनी चाहिए. प्रदर्शनकारियों का आरोप है कि जब लोग ग़म में थे, तब पाकिस्तान हाई कमीशन के अंदर से तेज़ संगीत चलाया गया और अपमानजनक टिप्पणियां की गईं.
#BREAKING: Pakistan Army Defence Attache in London gestures towards Indian protestors to slit their throat publicly. This is Colonel Taimur Rahat of Pakistan Army, Air and Army Attache at Pakistan’s Mission in UK. No difference between a thug illiterate terrorist at this coward. pic.twitter.com/eZdRxqBN4q
— Aditya Raj Kaul (@AdityaRajKaul) April 25, 2025
प्रदर्शन करने वालों का कहना है कि यह प्रदर्शन न्याय की मांग के लिए था, लेकिन पाकिस्तान हाई कमीशन का बर्ताव दुखद और अपमानजनक था. हमले के शिकार लोगों के प्रति कोई संवेदना नहीं दिखाई गई. यह आतंकवादी हमला, जो पाकिस्तान समर्थित आतंकियों द्वारा किया गया बताया जा रहा है, पूरी दुनिया में निंदा का कारण बना है."
एक प्रदर्शनकारी ने न्यूज एजेंसी ANI से कहा, "हम सब पाकिस्तान के खिलाफ प्रदर्शन कर रहे हैं, क्योंकि उन्होंने आतंकवाद को बढ़ावा दिया है जिसकी वजह से हमारे 26 लोगों की जान गई." एक और प्रदर्शनकारी ने कहा कि UK में रह रहे भारतीय समुदाय के लोग पहलगाम हमले से बहुत आहत हैं.
1. पाकिस्तान के उच्चायुक्त को तलब किया जाए और स्पष्टीकरण मांगा जाए.
2. पाकिस्तान इस हमले की सार्वजनिक रूप से निंदा करे.
3. आतंकवाद को समर्थन देना बंद करे.
4. दोषियों और उनके समर्थकों पर अंतरराष्ट्रीय दबाव बनाकर सज़ा दिलाई जाए.