Pahalgam Attack Update: जम्मू- कश्मीर अपनी प्राकृतिक सौंदर्यता के लिए दुनिया में मशहूर है. बीते 22 अप्रैल को पहलगाम के बैसरन घाटी में आतंकविदायों ने हमला कर 28 पर्यटकों की बेरहमी से हत्या कर दी. इस घटना के बाद पूरे देश के लोगों में नाराजगी है. कल मुस्लिम समुदाय के लोगों ने जुमे की नमाज के बाद हाथ में काली पट्टी बांध कर हमले के विरोध में प्रदर्शन किया.
दूसरी तरफ अब सेना ने एक्शन लिया है. शुक्रवार देर रात सेना ने बड़ी कार्रवाई करते हुए लश्कर-ए-तैयबा से जुड़े सात आतंकियों के घरों डिमोलिश कर दिया. सेना ने यह कार्रवाई शोपियां, कुलगाम और पुलवामा जिलों में की है. सेना के एक्शन से आतंकियों के पांव उखड़ गए है.
भारतीय सेना ने आतंकवादियों के कायराना हमले पर एक्शन लेते हुए शोपियां के छीटीपोरा गांव में लश्कर कमांडर के घर को मलबे में मिला दिया, यह घर लश्कर कमांडर शाहिद अहमद कुट्टे का है. सेना के अधिकारियों के मुताबिक, कुट्टे पिछले कई सालों से आतंकवादी गतिविधियों में शामिल था और कई हमलों में समन्वयक (Coordinator) की भूमिका निभाई.
इतना ही नहीं कुलगाम के मतलाम इलाके में भी सेना बड़ी कार्रवाई की है. कई आतंकवादी गतिविधियों में शामिल रहे जाहिद अहमद के घर को भी सेना ने ढहा दिया है. इसी तरह पुलवामा के मुर्रन इलाके में सुरक्षाबलों ने आतंकी अहसन उल हक का घर विस्फोट से ध्वस्त कर दिया. अहसन ने 2018 में पाकिस्तान में आतंकी बनने की ट्रेनिंग ली थी और हाल ही में घाटी में सक्रिय हुआ था.
इसके अलावा लश्कर-ए-तैयबा के आतंकी एहसान अहमद शेख के दो मंजिला मकान और आतंकी हैरिस अहमद का घर भी सेना ने उड़ा दिया है. पुलवामा के कचिपोरा क्षेत्र में भी एक घर को विस्फोट से जमींदोज कर दिया गया है. सेना की आतंकवादियों के खिलाफ एक्शन जारी है.
पहलगाम आतंकी हमले के बाद सुरक्षाबलों ने कार्रवाई तेज कर दी है. गुरुवार (24 अप्रैल) की रात को भी आतंकी अदिल हुसैन और आसिफ शेख के घरों को विस्फोट से नष्ट कर दिया गया था. जानकारी मिली है कि इन घरों में विस्फोटक सामग्री भी छुपाकर रखी गई थी. इससे पहले अनंतनाग पुलिस ने तीन आतंकियों के स्केच जारी किए थे और उनकी सूचना देने पर 20 लाख रुपये का इनाम घोषित किया गया है.
बता दें, बीते 22 अप्रैल पहलगाम में 'मिनी स्विट्ज़रलैंड' के नाम से मशहूर बैसरन घाटी में आतंवादियों ने पर्यटकों पर गोलियों की बौछार कर दी. इस घटना के बाद मौके पर अफरा तफरी मच गई, पर्यटक अपनी जान बचाने के लिए इधर-उधर भागने लगे. इस हमले में विदेश नागरिक के साथ 28 लोगों की मौत हो गई. इसमें एक जवान शहीद हो गए.
इस हमले के बाद भारत सरकार ने भी सख्त कदम उठाते हुए पाकिस्तान पर आतंकवाद को समर्थन देने का आरोप लगाया. सरकार ने सिंधु जल संधि को निलंबित कर दिया है और पाकिस्तानी सैन्य अधिकारियों को देश से बाहर कर दिया है. प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने चेतावनी दी है कि आतंकियों और उनके मददगारों को बख्शा नहीं जाएगा. सेना, सीआरपीएफ और जम्मू-कश्मीर पुलिस ने व्यापक सर्च ऑपरेशन शुरू कर आतंकियों की तलाश तेज कर दी है.