Pasmanda Muslim on Aligarh Mob Lynching: पीएम नरेंद्र मोदी पसमंदा मुस्लिम को लुभाने के लिए कई स्कीम लाने की बात कहते हैं और बीजेपी ने इस बार ईद में इसका मिसाल भी पेश किया और बीजेपी ने पसमंदा मुसलमानों को अपनी तरफ रिझाने के लिए ईद के मौके पर सौगाते मोदी किट बांटा. वहीं, दूसरी तरफ हिंदू संगठन के लोग जो अमूमन बीजेपी समर्थक माने जाते हैं वो पीएम मोदी के इस मिशन पर पानी फेरने की योजना बना रहे हैं और गोरक्षा के नाम पर मुसलमानों की आए दिन मॉब लिंचिंग की कोशिश कर रहे हैं. इन घटनाओं से आहत होकर आज पसमंदा समाज ने हिंदू संगठनों के खिलाफ प्रोटेस्ट का ऐलान किया है.
दरअसल, उत्तर प्रदेश के अलीगढ़ के अलहदादपुर में 25 मई को गौरक्षकों ने चार मुसलमान मीट कारोबारियों की मॉब लिंचिंग की कोशिश की. इस घटना के बाद पूरे देश की सियासत गरमा गई है. मुस्लिम समुदाय में इस घटना को लेकर काफी आक्रोश है. लोग आरोपियों के खिलाफ सख्त कार्रवाई की मांग कर रहे हैं. वहीं, पुलिस ने अभी तक 4 आरोपियों को गिरफ्तार किया है. जबिक बाकी आरोपियों की गिरफ्तारी के लिए टीम का गठन किया गया है और पुलिस की छापेमारी जारी है.
पसमंदा मुसलमान अलीगढ़ मॉब लिंचिंग से चिंतित
इस बीच उत्तर प्रदेश की राजधानी आज लखनऊ में पसमांदा मुस्लिम समाज के राष्ट्रीय अध्यक्ष अनीस मंसूरी ने भी घटना की कड़ी निंदा की और सरकार से मांग की कि जब रिपोर्ट आ गई है और रिपोर्ट में गौमांस नहीं पाया गया है तो आरोपियों के खिलाफ सख्त कार्रवाई की जानी चाहिए. अगर कार्रवाई नहीं हुई तो पसमांदा मुस्लिम समाज के लोग सड़कों पर उतरेंगे.
कुरैशी समाज क्यों है इस घटना से परेशान
वहीं, इस घटना को लेकर कुरैशी समाज के लोगों में भी काफी आक्रोश है. कुरैशी समाज के राष्ट्रीय महासचिव मोहम्मद शादाब कुरैशी ने भी इस घटना की कड़ी निंदा करते हुए कहा कि सरकार लगातार कुरैशी समाज का उत्पीड़न कर रही है. जब से भाजपा सरकार सत्ता में आई है, कुरैशी समाज के लोगों के काम बंद हो गए हैं और बेरोजगार परेशान हैं.