Jammu Kashmir News Today: पहलगाम के बैसरन घाटी में बीते 22 अप्रैल को आतंकवादियों ने हमला कर 26 लोगों का बेरहमी से कत्ल कर दिया था. इस घटना के बाद सुरक्षा एजेंसियां लगातार आतंकवादियों के खिलाफ कार्रवाई करने में जुटी हैं. सुरक्षा एजेंसियों के जरिये की जा रही लगातार कार्रवाई पर पीपुल्स डेमोक्रेटिक पार्टी (PDP) की प्रमुख महबूबा मुफ्ती ने गंभीर आरोप लगाए हैं.
इसको लेकर जम्म कश्मीर की पूर्व मुख्यमंत्री महबूबा मुफ्ती ने मंगलवार (6 मई) को उपराज्यपाल मनोज सिन्हा को एक पत्र लिखा. इस पत्र में महबूबा मुफ्ती ने दावा किया कि घाटी में लोगों पर 'सामूहिक सजा (Collective Punishment) थोप दी गई है. उन्होंने कहा कि अब तक 3000 से ज्यादा लोगों को गिरफ्तार किया गया है, जबकि करीब 100 लोगों पर पब्लिक सेफ्टी एक्ट (PSA) लगाया गया है.
महबूबा मुफ्ती ने लिखा, "इनती बड़ी संख्या में लोगों के खिलाफ कार्रवाई चिंताजनक है. यह इंसाफ नहीं बल्कि सामूहिक सजा जैसा मालूम पड़ता है." उन्होंने आगे लिखा, "इस नजरिये से न सिर्फ परिवारों और समुदायों के अलग-थलग होने का खतरा है बल्कि यह सवाल भी उठता है कि यह हमें कहा ले जाएगा?"
आतंकवाद के खिलाफ कश्मीरियों की बेमिसाल प्रतिक्रिया का जिक्र करते हुए महबूबा मुफ्ती ने कहा,"अलग-अलग सुरक्षा एजेंसियों की प्रतिक्रिया केंद्रित जांच की तरह कम और व्यापक स्तर पर बिना किसी भेदभाव के की गई सख्त कार्रवाई अधिक लगती है.
महबूबा ने अमरनाथ यात्रा का जिक्र करते हुए उपराज्यपाल से अपील की कि वे इस मामले में तुरंत दखलअंदाजी करें और बेकसूर लोगों की रिहाई सुनिश्चित करें. उन्होंने कहा, "अमरनाथ यात्रा के आने से पहले मैं आपसे विनम्र निवेदन करती हूं कि इस तरह से गिरफ्तारी और सजा देने की नीतियों को खत्म करें और जिससे बेकसूर लोगों की रिहाई सुनिश्चित की जा सके."
पूर्व मुख्यमंत्री और पीडीपी प्रमुख ने कहा कि ऐसे करके वह कश्मीर के लोगों को राहत की सांस लेने दें. जिससे अमरनाथ यात्रियों का गर्मजोशी और आतिथ्य भाव के साथ स्वागत सत्कार के लिए तैयार रहे हैं, जिसके लिए वे जाने जाते हैं.
गौरतलब है कि 22 अप्रैल को हुए आतंकी हमले में 26 लोगों की मौत हो गई थी. इसके बाद भारत सरकार ने पाकिस्तान के खिलाफ कई आर्थिक कार्रवाई की. इसमें सिंधु जल समझौते को खत्म करना, पाकिस्तान से लगी सीमा को सील करने के साथ व्यापाकिरक रिश्तों को खत्म करना शामिल है.
भारत सरकार की कार्रवाई के बाद पाकिस्तानी सेना और राजनेताओं में खलबली मची हुई है. वह लगातार अपने आपको निर्दोष बताते हुए स्वतंत्र जांच की मांग कर रहे हैं. पाकिस्तान के कई नेता, फिल्मी सितारे और क्रिकेटर लगातार भारत के खिलाफ जहर उगल रहे हैं.