Jammu Kashmir News Today: जम्मू कश्मीर के पहलगाम में 22 अप्रैल को हुए आतंकी हमले के बाद प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी पहली बार जम्मू कश्मीर के दौरे पर पहुंचे. इस मौके पर उन्होंने दुनिया के सबसे ऊंचे पुल 'चेनाब रेल ब्रिज' को राष्ट्र को समर्पित किया. इस दौरान प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने अंजी ब्रिज और कटरा में 'वंदे भारत ट्रेनों' को हरी झंडी दिखाकर रवाना किया.
'चेनाब रेल ब्रिज' के शुरू होने से कश्मीर घाटी देश के दूसरे हिस्सों से सीधे रेल मार्ग से जुड़ गई है. अभी तक कटरा से श्रीनगर का सफर तय करने के लिए 7-8 घंटे लगता था, लेकिन अब 'वंदे भारत एक्सप्रेस' से यह सफर महज 3 घंटे के आसपास हो गया है. अपने दौरे के दौरान जम्मू कश्मीर को प्रधानमंत्री मोदी ने करोड़ों रुपये की सौगात दी.
जम्मू कटरा से श्रीनगर के बीच चलने वाली ट्रेन ट्रैक को बनाने के लिए खास तकनीक का प्रयोग किया गया है. जिससे इस क्षेत्र प्राकृतिक आपदाओं के समय भी ट्रैक सुरक्षित रहे. इस परियोजना पर काम करने वाली इरकॉन कंपनी के जनरल मैनेजर अश्विनी दयाल ने बताया कि इसको बनाने के लिए 22 साल की कड़ी मेहनत शामिल है, यह एक ख्वाब है जो आज पूरा हो गया है.
इरकॉन कंपनी के जनरल मैनेजर अश्विनी दयाल के मुताबिक, वंदे भारत ट्रेन के पटरियों को बचाने के लिए सैकड़ों पुल, साइक्लोन टनल बनाए गए हैं. उन्होंने बताया कि यह काम काफी चैलेंजिंग और खर्चीला था, यही वजह है कि इसको बनाने में दो दशक से भी ज्यादा का वक्त लग गया. इसको बनाने में किसी भी तरह की कोई कोताही नहीं बरती गई है.
वहीं, दूसरी तरफ प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने वंदे भारत ट्रेन को हरी झंडी दिखाकर रवाना किया. इससे पहले प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने स्थानीय स्कूली बच्चों से बातचीत की. वह भविष्य में क्या बनेंगे और उनका ड्रीम क्या है, इस पर भी प्रधानमंत्री मोदी ने बातचीत की. बच्चों से मुलाकात के दौरान पीएम बहुत खुश दिखाई पड़े.
प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी की बच्चों के साथ यह मुलाकात कई मायनों में काफी खास थी. मौके पर मौजूद कई बच्चों ने प्रधानमंत्री मोदी को कश्मीरी भाषा में गाना सुनाया तो किसी ने अपनी जिंदगी के रोचक किस्से शेयर किये. बच्चों की मासूमियत भरी बातें और उनके मजेदार सवाल जवाब सुनकर पीएम मोदी अभिभूत दिखाई पड़े. उनकी यह मुलाकात करीब 15 मिनट तक चली और फिर वंदे भारत ट्रेन को हरी झंडी दिखाकर रवाना किया.
जम्मू-कश्मीर के रियासी जिले में चिनाब नदी पर बना चिनाब आर्च ब्रिज आखिरकार 22 साल बाद बनकर तैयार हो गया है. बक्कल और कौड़ी के बीच बना यह पुल 2003 में मंजूर हुआ था और 2009 तक पूरा होना था, लेकिन इसको बनाने में दो दशक से ज्यादा समय लग गया. 1.3 किलोमीटर लंबा यह पुल नदी से 359 मीटर ऊंचा है, जो एफिल टावर से भी 29 मीटर ऊंचा है. 1486 करोड़ रुपये की लागत से बना यह पुल इंजीनियरिंग का अनोखा नमूना माना जा रहा है.