Rajasthan News: राजस्थान के अजमेर से इमाम हुसैन के चाहने वालों से जुड़ी एक अनोखी खबर सामने आई है. यहां इमाम हुसैन के चाहने वालों की एक ग्रुप ने शोहदा ए कर्बला के चेहलूम के मौके पर दौराई से तारागढ़ तक के लिए पैदल सफर पर रवाना हुए हैं. शिया समुदाय में इस दिन की काफी अहमियत है.
दरअसल, शोहदा ए कर्बला की याद में उनके चेहलूम (शहिद होने के 40 दिन बाद) के मौके पर अकीदतमंद ईरान के नजफ से इराक के कर्बला तक पैदल यात्रा करते हैं. कर्बला के मैदान में ही इमाम हुसैन समेत उनके 72 साथियों को शहीद कर दिया गया था. उन्हीं के याद में लोग कर्बला तक पैदल यात्रा करते हैं. उसी तर्ज पर राजस्थान के अजमेर में हजारों की तादाद में आशिकाने ईमाम हुसैन शनिकटवर्ती ग्राम दौराई से तारागढ़ पैदल यात्रा पर रवाना हुए हैं.
इस पैदल जुलुस का आयोजन दौराई कि अन्जूमन शहिदाने फुरात,अन्जूमन फाताहे फुरात व अन्जूमन जाफरया के संयुक्त तत्वाधान किया गया था. इस यात्रा में नौजवान पुरुष और महिला, बच्चे समेत बुजुर्ग भी शामिल हैं. यह यात्रा 16 सफर (10 अगस्त) को शुरू हुआ है. हर साल कि तरह इस साल भी सुबह 8 बजे यह काफिला दौराई स्थित बीबी जैनब के रोजे से अन्दर वाली मस्जिद होते हुए मौला अब्बास के रोजे पर पहुंचा. यहां से सब पैदल सफर करते हुए यह काफिला तारागढ़ पर इमाम हुसैन के रोजे पर पहुंचा.
आशिकाने इमाम हुसैन के लिये रास्ते में जगह जगह खाने व पानी का इंतेज़ाम किया गया है. दोपहर 2 बजे रोज़ा ए इमाम हुसैन पर एक मजलिस शुरू हुई, जिसे मौलाना हैदर विजनोरी साहब ने खिताब किया. तकरीर के बाद अलमे मुबारक बरामद किया गया. मजलिस के बाद तारागढ़ पंचायत की तरफ से आशिकाने इमाम हुसैन के लिये लंगर का भी इंतजाम किया गया.