Kota News Today: देशभर में सांप्रदायिक ताकतें लगातार मजहब के आधार पर देश को बांटने की साजिश कर रही हैं. आलम यह है कि मुस्लिम समुदाय से जुड़ी हुई चीजें सुनकर दक्षिणपंथी संगठन भड़क उठते हैं और हंगामा करते हैं, जिससे मुसलमानों में दहशत का माहौल है. वहीं, अब राजस्थान के कोटा के एक स्कूल में प्रार्थना में कलमा पढ़ा जाने का आरोप लगाते हुए हिंदू संगठनों ने बवाल खड़ा कर दिया है.
यह पूरा मामला कोटा के बोरखेड़ा स्थित बख्शी स्प्रिंगडेल स्कूल का है. यहां प्रार्थना के दौरान हिंदू छात्रों से कलमा पढ़वाने के आरोप लगे हैं, इसकी वीडियो भी सोशल मीडिया पर तेजी से वायरल हो रही है, जिसमें छात्र कलमा की बजाय सर्व धर्म प्रार्थना करते हुए नजर आ रहे हैं. इसी वायरल वीडियो के आधार पर हिंदू संगठनों ने स्कूल प्रबंधन के खिलाफ मोर्चा खोल दिया है और बड़े आंदोलन की धमकी दी है.
विवाद की जड़ में वह वीडियो है, जिसमें स्कूल प्रार्थना सभा के दौरान कलमा पढ़ने की बात सामने आई थी. हालांकि, स्कूल प्रबंधन ने दावा किया है कि यह वीडियो कई साल पुराना है और इसे वार्षिकोत्सव के दौरान रिकॉर्ड किया गया था. इस वीडियो में कलमा पढ़वाने जैसी कोई बात नहीं है. हिंदू संगठनों के बवाल के बाद स्कूल प्रबंधन और स्टाफ डरा हुआ है.
हिंदू संगठनों के धमकी के बाद शिक्षा विभाग भी सक्रिय हो गया है. मामला तूल पकड़ता देखकर विभाग ने आनन फानन में एक जांच दल गठित कर, स्कूल का दौरा करने पहुंच गया. इस दौरान जांच टीम ने प्रार्थना की रिकॉर्डिंग सुनी और यहां के छात्रों से भी बातचीत की. स्कूल प्रबंधन का कहना है कि प्रार्थना में सभी धर्मों की प्रार्थनाएं करवाई जाती है, जिससे सामाजिक एकता को बल मिले.
हिंदू संगठनों के विवाद के बाद स्कूल संचालक का बयान सामने आया है. स्कूल संचालक के मुताबिक,पिछले 30 सालों से स्कूल में 'सर्व धर्म प्रार्थना' का आयोजन होता आया है. उन्होंने बताया कि उनके पिता सेना में तीन जंग में हिस्सा ले चुके हैं और वे खुद नौसेना से रिटायर्ड हैं. स्कूल प्रबंधक ने कहा, "शिक्षा का कोई धर्म नहीं होता और सभी धर्मों का सम्मान करते हुए हम सर्व धर्म प्रार्थना करते हैं."
बख्शी स्प्रिंगडेल स्कूल की एक वीडियो भी सामने आई है, जिसमें बच्चे प्रार्थना सर्व धर्म प्रार्थना करते हैं. इसमें हिंदू, ईस्लाम, सिख और ईसाई मजहब के मंत्र हैं, जिनको को एक साथ जोड़कर बच्चे प्रार्थना में पढ़ते हैं. स्कूल ने उस प्रार्थना को शेयर किया, जिसको लेकर दक्षिपंथी और हिंदू संगठन धमकी दे रहे हैं.
हिंदू संगठनों ने दी धमकी
स्कूल प्रशासन और सर्व धर्म प्रार्थना की बात सामने आने के बावजूद हिंदू संगठन अपनी बात पर अड़े हुए और बच्चों से जबरन कलमा पढ़वाने के आरोप लगा रहे हैं. हिंदू संगठनों ने धमकी देते हुए कहा,"छात्रों पर धार्मिक विचार थोपना गलत है और अगर कार्रवाई नहीं हुई तो बड़ा आंदोलन किया जाएगा."
NSS प्रोग्राम में नमाज पढ़ाने की फैलाई फेक न्यूज
यह पहला मौका नहीं है, जब हिंदू संगठन मुसलमानों को धार्मिक आधार पर टार्गेट कर रहे हैं. मार्च 2025 में मेरठ के IIMT यूनिवर्सिटी में नमाज पढ़ाने को लेकर दुष्प्राचार कर माहौल करने की कोशिश की गई थी. हिंदू जागरण मंच ने यूनिवर्सिटी के NSS प्रोग्राम में नमाज पढ़ाने का दुष्प्रचार किया था, जांच के बाद मामला झूठा निकला. इसके बाद पुलिस ने माहौल खराब करने वाले हिंदू संगठन के शख्स को गिरफ्तार किया था.