Rajasthan News: राजस्थान के झालावाड़ जिले के सरकारी हॉस्पिटल में काम कर रही एक आयुर्वेदिक डॉक्टर पर स्थानीय लोगों ने गंभीर इल्जाम लगाए है, जिसके बाद आज तीन सदस्यों की टीम गांव में लोगों के बयान लेने के लिए पंहुची है. गांव के लोगों ने डॉक्टर पर धर्म परिवर्तन कराने का भी इल्जाम लगाया है.
झालावाड़ जिले के डग थाना क्षेत्र के देवगढ़ गांव के लोगों और आयुर्वेदिक डॉक्टर के बीच का विवाद थमने का नाम नहीं ले रहा है. स्थानीय लोगों ने आयुर्वेद विभाग के आला अफसरों को डॉक्टर के खिलाफ शिकायत की थी. लोगों ने बताया है कि आयुर्वेद डॉक्टर नाईक फातिमा समय पर हॉस्पिटल नहीं आती है. इसके साथ ही लोगों ने महिला डॉक्टर पर इस्लाम कबूल करने के लिए प्रेरित करने और आयुर्वेद हॉस्पिटल जाने वाले मरीजों से दवाइयां के पैसे लेने का इल्जाम लगाया है.
जांच के लिए तीन लोग की टीम
लोगों की शिकायतों के बाद आज यानी कि 17 मई को आयुर्वेदिक चिकित्सकों की तीन लोग की टीम को जांच के लिए भेजा गया है और टीम ने आज देवगढ़ गांव पहुंचकर शिकायतकर्ता लोगों के बयान दर्ज किए है. इस मामले में जानकारी देते हुए जांच टीम के एक सदस्य आयुर्वेद डॉक्टर प्रभाकर वैष्णव ने बताया कि गांव के लोगों ने विभागीय अधिकारियों को शिकायत की है, जिसमें कहा गया कि देवगढ़ आयुर्वेदिक हास्पिटल की डॉक्टर नाईक फातिमा धर्म परिवर्तन के लिए सभी लोगों को प्रेरित करती है, समय पर अस्पताल नहीं पहुंचती और वहां पहुंचने वाले मरीजों से दवाइयां के पैसे भी लेती है. इस मामले की जांच कर रिपोर्ट उपनिदेशक आयुर्वेद विभाग को भेजी जाएगी और आरोपी के खिलाफ सख्त करवाई की जाएगी.
गौरतलब है कि डग कस्बे में बीते दिनों हुए शंभू सिंह हत्याकांड के बाद से ही हालात लगातार बिगड़ रहे हैं. बीते दिनों भी देवगढ़ के ग्रामीणों ने गांव के एंट्री गेट पर एक बोर्ड लगाया था, जिसमें समुदाय विशेष के लोगों के गांव में प्रवेश पर मनाही लिखी गई थी. जब पुलिस को इस मामले की खबर मिली तो पुलिस ने बोर्ड हटाया, जिसका ग्रामीणों ने भारी विरोध किया था. बाद में ग्रामीणों ने नाराजगी जाहिर करते जताते हुए डग चौमहला मार्ग भी जाम कर दिया था