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PM मोदी के बाद देश के रक्षा मंत्री राजनाथ सिंह ने अजमेर शरीफ दरगाह पर चढ़ाई चादर

Rajnath Singh offered chadar Ajmer Sharif: प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी की तरफ से केंद्रीय अल्पसंख्यक मामलों के मंत्री किरेन रिजिजू ने दरगाह पर चादर चढ़ाई. अब देश के रक्षा मंत्री ने भी चादर चढ़ाई है.

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PM मोदी के बाद देश के रक्षा मंत्री राजनाथ सिंह ने अजमेर शरीफ दरगाह पर चढ़ाई चादर
Zee Salaam Web Desk|Updated: Jan 05, 2025, 08:20 PM IST
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Rajnath Singh offered chadar Ajmer Sharif: राजस्थान के अजमेर में स्थित ख्वाजा मोइनुद्दीन चिश्ती की दरगाह पर झंडा चढ़ाने के साथ उनके 813वें उर्स का 28 दिसंबर को आगाज हो गया था. इस मौके पर पीएम नरेंद्र मोदी समेत कई दिग्गज हस्तियों ने अजमेर शरीफ दरगाह पर चादर चढ़ाई है. इस बीच देश के रक्षा मंत्री और बीजेपी के सीनियर नेता राजनाथ सिंह की ओर से रविवार को अजमेर शरीफ दरगाह पर सूफी संत ख्वाजा मोइनुद्दीन चिश्ती के चल रहे 'उर्स' के दौरान चादर चढ़ाई गई है.

दरगाह कमेटी के पूर्व उपाध्यक्ष मुनव्वर खान ने सिंह की ओर से चादर पेश की. खान ने राजनाथ सिंह द्वारा भेजा गया संदेश भी पढ़ा. अपने संदेश में रक्षा मंत्री ने कहा कि ख्वाजा मोइनुद्दीन चिश्ती ने भाईचारे का संदेश दिया और सभी धर्मों और संप्रदायों के लोग श्रद्धा की भावना के साथ उर्स में शामिल होते हैं. 

पीएम मोदी समेत कई हस्तियों ने चढ़ाई चादर
गौरतलब है कि शनिवार को प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी की तरफ से केंद्रीय अल्पसंख्यक मामलों के मंत्री किरेन रिजिजू ने दरगाह पर चादर चढ़ाई. वहीं, पीएम मोदी के साथ-साथ कांग्रेस के राष्ट्रीय चीफ मल्लिकार्जुन खड़गे ने भी अजमेर शरीफ दरगाह पर सूफी संत ख्वाजा मोइनुद्दीन चिश्ती के चल रहे 'उर्स' के दौरान चादर चढ़ाई गई है. इसके अलावा AIMIM चीफ और हैदराबाद से लोकसभा सांसद असदुद्दीन ओवैसी ने भी चादर चढ़ाई है.

उर्स से पहले हुआ था ये विवाद
मालूम हो कि पिछले साल नवंबर यानी 2024 में अजमेर की एक अदालत द्वारा एक याचिका स्वीकार करने के बाद विवाद खड़ा हो गया था, जिसमें दावा किया गया था कि दरगाह शिव मंदिर के ऊपर बनाई गई थी और अजमेर दरगाह समिति, अल्पसंख्यक मामलों के मंत्रालय और भारतीय पुरातत्व सर्वेक्षण को नोटिस जारी किए थे. याचिका दायर करने वाले हिंदू सेना के अध्यक्ष विष्णु गुप्ता ने प्रधानमंत्री से इस बार चादर न भेजने का आह्वान किया था. ख्वाजा मोइनुद्दीन चिश्ती की पुण्यतिथि के उपलक्ष्य में अजमेर दरगाह पर 'उर्स' का आयोजन किया जाता है.

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