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संभल में बकरीद पर पुलिस का पहरा; CO अनुज चौधरी का अल्टीमेटम- सड़क पर नमाज, भड़काऊ बयान नहीं!

Eid Ul Adha in Sambhal: बीते नवंबर 2024 में शाही जामा मस्जिद के सर्वे के दौरान संभल में हिंसा भड़क गई थी. इस घटना के बाद 7 जून को बकरीद के त्यौहार को लेकर सुरक्षा के कड़े इंतजाम किए गए हैं. चंदौसी सीओ अनुज चौधरी ने सड़क पर नमाज न पढ़ने की नसीहत दी है.   

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जुमे की नमाज के बाद ड्रोन कैमरों से निरीक्षण करते सीओ अनुज चौधरी
जुमे की नमाज के बाद ड्रोन कैमरों से निरीक्षण करते सीओ अनुज चौधरी
Raihan Shahid|Updated: Jun 06, 2025, 07:54 PM IST
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Sambhal Bakrid 2025 News: ईद-उल-अजहा (बकरीद) से पहले संभल में सुरक्षा व्यवस्था बढ़ा दी गई है. बकरीद को लेकर उत्तर प्रदेश की योगी सरकार ने गाइडलाइन जारी किया है. इस पवित्र और खास त्यौहार को शांतिपूर्ण ढंग से संपन्न कराने के लिए पुलिस ने खास योजना बनाई है और कई इलाकों को संवेदनशील घोषित किया है. 

हालिया दिनों अपने विवादित बयानों को लेकर सुर्खियों रहने वाले सीओ अनुज चौधरी ने बकरीद को लेकर अल्टीमेटम दिया है. सीओ अनुज चौधरी ने कहा कि बकरीद पर भड़काऊ बयानबाजी करने और सड़क पर नमाज पढ़ने की कोशिश करने वालों पर सख्त कार्रवाई की जाएगी. 

'सांप्रदायिक सौहार्द के साथ मनाएं बकरीद'

वर्तमान में चंदौसी के सीओ अनुज चौधरी ने लोगों से सांप्रदायिक सौहार्द के साथ बकरीद का त्यौहार मनाने की अपील की है. आज शुक्रवार (6 जून) को जुमे की नमाज के दौरान विवादित सीओ अनुज चौधरी चंदौसी की बड़ी मस्जिद इलाके में पुलिस फोर्स के साथ मौजूद रहे और पुलिस कर्मियों को सुरक्षा व्यवस्था को लेकर जरुरी दिशा निर्देश दिए.

अनुज चौधरी इससे पहले संभल के सीओ के थे. ट्रांसफर के बाद उनका क्षेत्र बदलकर चंदौसी कर दिया गया है. शनिवार (7 जून) को होने वाले बकरीद से पहले पुलिस ने मुस्लिम बाहुल्य इलाकों में ड्रोन से निगरानी की. इस दौरान सीओ अनुज चौधरी ने भारी पुलिस फोर्स के साथ इलाके में फ्लैग मार्च किया. 

चौधरी पर सांप्रदायिक बयान देने के आरोप

बता दें, वर्तमान चंदौसी सीओ अनुज चौधरी अक्सर विवादित बयान देते रहे हैं. इससे वह अक्सर सुर्खियों में रहते हैं. 6 मार्च 2025 को संभल कोतवाली पुलिस थाना में आयोजित शांति समिति की बैठक में अनुज चौधरी ने होली और जुमे की नमाज एक ही दिन पड़ने को लेकर विवादित बयान दिया था. 

अनुज चौधरी ने कहा, "होली साल में एक बार आती है, जबकि जुमा साल में 52 बार आता है. अगर किसी को होली के रंगों से परहेज है, तो वह उस दिन घर से न निकले." यह बयान सोशल मीडिया पर वायरल होने के बाद लोगों ने खूब आलोचना की और इसे सांप्रदायिक तनाव बढ़ाने वाला बताया गया.

इसी तरह 24 नवंबर 2024 को संभल हिंसा के बाद भी अनुज चौधरी ने एक ऐसा बयान दिया था, जिसने खूब सुर्खियां बटोरी थी. संभल में शाही जामा मस्जिद सर्वे के दौरान हुई हिंसा में अनुज चौधरी घायल हुए थे. इस दौरान उनका एक बयान वायरल हुआ, जिसमें उन्होंने कहा, "पुलिस को भी आत्मरक्षा का अधिकार है, हम मरने के लिए पुलिसबल में भर्ती नहीं हुए हैं." 

इसके बाद 27 मार्च 2025 को अनुज चौधरी ने एक और बयान दिया, जिसमें उन्होंने कहा, "अगर मेरा बयान इतना गलत था तो उसे हाईकोर्ट या सुप्रीम कोर्ट में क्यों चैलेंज नहीं किया. मुझे सजा करवाते." साथ ही उन्होंने कहा, "आप अगर ईद की सेवइयां खिलाना चाहते हो तो आपको गुझिया भी खानी पड़ेगी." यह बयान भी सोशल मीडिया पर वायरल हुआ और इसे सांप्रदायिक रंग देने का आरोप लगा.

जांच के घेरे में हैं अनुज चौधरी

इन बयानों की वजह से अनुज चौधरी पर धार्मिक भावनाएं आहत करने और सांप्रदायिक तनाव बढ़ाने के आरोप लगे. उनके 6 मार्च 2025 के बयान को लेकर पूर्व आईपीएस अमिताभ ठाकुर ने शिकायत दर्ज कराई थी, जिसके बाद जांच हुई और उन्हें शुरू में क्लीन चिट मिल गई, लेकिन बाद में 1 मई 2025 को क्लीन चिट रद्द कर दोबारा जांच के आदेश दिए गए. इसके अलावा 3 मई 2025 को उनका तबादला संभल से चंदौसी सर्किल में कर दिया गया.

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