Sambhal News Today: उत्तर प्रदेश के संभल जिले के चंदौसी थाना क्षेत्र में स्थित रजा-ए-मुस्तफा मस्जिद को प्रशासन के आदेश के बाद गिराया जा रहा है. हालिया दिनों प्रशासन ने मस्जिद को अवैध बताते हुए नोटिस दिया था. रविवार (22 जून) को भी मस्जिद को तोड़ने का काम जारी रहा, लेकिन मस्जिद की 40 फीट ऊंची मीनार की वजह से प्रशासन को दिक्कतों का सामना करना पड़ रहा है.
इससे पहले प्रशासन ने मस्जिद इंतजामिया को 19 जून तक निर्माण को खुद हटाने की मोहलत दी थी, लेकिन तय समय में पूरी कार्रवाई न हो पाने पर एसडीएम विनय मिश्रा और विवादित सीओ अनुज चौधरी भारी पुलिस बल के साथ मौके पर पहुंचे. उन्होंने मस्जिद कमेटी के सदस्यों से बातचीत की और मीनार को गिराने के सुरक्षित विकल्पों पर विचार किया.
मीडिया रिपोर्ट के मुताबिक, 2 से 3 ठेकेदारों को मीनार गिराने के लिए बुलाया गया है, लेकिन फिलहाल कोई अंतिम फैसला नहीं लिया गया है. प्रशासन का कहना है कि मीनार को अगर सीधे गिराया गया तो आसपास के मकान भी इसकी चपेट में आ सकते हैं, जिससे जान-माल का खतरा है. इसकी वजह से मीनार वाले हिस्से को अभी छोड़ दिया गया है।.
इससे पहले शुक्रवार और शनिवार को बुलडोजर की मदद से मस्जिद के अन्य हिस्सों को तोड़ा गया था. तय समयसीमा पूरी होने के बाद रविवार को मस्जिद की इंतजामिया कमेटी ने खुद ही कथित अवैध निर्माण को हटाने का काम शुरू कर दिया.
इस संबंध में एसडीएम विनय मिश्र ने बताया कि कल के मुकाबले मस्जिद को ज्यादार हिस्से को तोड़ दिया गया है. उन्होंने बताया कि मस्जिद की मीनार की वजह से पूरे स्ट्रक्चर को गिराने में वक्त लग रहा है. मीनार को अगर मशीन से गिराते हैं, तो आसपास के घरों पर गिरने की आशंका है, जिससे जानमाल का खतरा है.
एसडीएम विनय मिश्र ने बताया कि मस्जिद इंतजामिया ने मीनार को ध्वस्त करने के लिए एक्सपर्ट को बुलाया है, जिन्होंने मौके पर मीनार को गिराने के मुआयना भी किया है. टीम ने बताया है कि मस्जिद की मीनार को छोटे-छोटे टुकड़ों में तोड़कर हटाया जाएगा. उन्होंने कहा, "इंतजामिया मस्जिद को हटाने में सहयोग कर रही है, इसलिए हम भी इंतजामिया की मदद करेंगे. मीनार को हटाने की जटिलता को ध्यान में रखते हुए थोड़ा सा समय दिया गया है."