Sambhal SP MP Ziaur Rahman Barq: संभल के मेंबर ऑफ पार्लियामेंट जियाउर्रहमान बर्क आज एसआईटी के सामने पेश हुए हैं. उन्होंने इससे पहले एक प्रेस कॉन्फ्रेंस की है और कहा है कि वह बीमार हैं और इसके बाद भी वह एसआईटी के सामने पेश होने वाले हैं, क्योंकि कहीं ये मैसेज न चला जाए कि वह जांच से बच रहे हैं.
जांच से पहले जियाउर्रहमान बर्क ने मीडिया से बात करते हुए कहा कि मैं भारत का नागरिक और एक सांसद हूं, इसलिए मैं भारत की न्याय व्यवस्था पर यकीन रखता हूं और माननीय न्यायालय में भी पूरा यकीन है. उन्होंने आगे बताया कि इत्तेफाक से मेरी आज तबियत सही नहीं है. मेरे डॉक्टर ने मुझे आराम करने के लिए कहा है. इसके बावजूद मैं इसलिए जा रहा हूं, क्योंकि पुलिस प्रशासन अधिकारियों को यह न ले कि मैं जांच में सहयोग नहीं कर रहा हूं.
जियाउर्रहमान ने कहा कि मीडिया ट्रायल से बचने या कोई गलत फहमी से बचने के लिए मैं जा रहा हूं. मैं पूरी तरह से सहयोग करने के लिए तैयार हूं और मैं आगे भी सहयोग करूंगा. क्योंकि मैं एक नागरिक के साथ-साथ एक सांसद भी हूं.
#WATCH | Sambhal, UP: Samajwadi Party MP from Sambhal, Zia ur Rehman Barq to appear before the SIT team today in connection with Sambhal violence case
He says, "I believe in the law and the Constitution. I have faith in the judiciary. Today, I was not feeling well, my doctor… pic.twitter.com/cMn7OuJ5m0
— ANI (@ANI) April 8, 2025
जियाउर्रहमान बर्क को 24 नवंबर को संभल में हुई हिंसा के मामले में आरोपी बनाया गया है. पुलिस ने उन पर दंगा भड़काने का आरोप लगाया था. इसके साथ ही 23 मार्च को एसआईटी ने मस्जिद कमेटी के मेंबर जफर अली को गिरफ्तार किया था, जिन्होंने जांच में खुलासा किया था कि ज़ियाउर्रहमान का इस मामले में हाथ था. इसके बाद एसआईटी ने केस डायरी में दोनों जिया और जफर का जिक्र भी किया था.
बता दें, 24 नवंबर को संभल में शाही मस्जिद की जांच के लिए सर्वे टीम के बाहर निकलने के बाद हिंसा हुई थी. इस हिंसा में चार लोगों की जान गई थी. वही मामले की शुरुआत 19 नवंबर को कोर्ट के आदेश के बाद हुई थी. जिसमें सर्वे की बात कही गई थी, ये आदेश हिंदू पक्ष की याचिका के बाद दिया गया था. जिसमें, कहा गया कि शाही मस्जिद की जगह पहले मंदिर हुआ करता था. जिसे तोड़कर मस्जिद बनवाई गई थी.