Sambhal News Today: उत्तर प्रदेश के संभल में स्थित शाही जामा मस्जिद के सदर जफर अली की मुश्किलें कम होने का नाम नहीं ले रही हैं. संभल हिंसा मामले में आरोपी जफर अली पर पुलिस के जरिये एक और एफआईआर दर्ज की गई है, जिसमें उनके तीन वकील और 60 अज्ञात समर्थक भी शामिल हैं.
दरअसल, संभल हिंसा मामले में पुलिस ने जफर अली को गिरफ्तार कर लिया है. मुरादाबाद जेल में जफर अली को चार महीने बाद इलाहाबाद हाईकोर्ट ने जमानद दे दी थी. बीते 1 अगस्त को जेल से जमानत पर रिहा होने के बाद जफर अली ने अपने समर्थकों के साथ जुलूस निकाला और आतिशबाजी की, जिसका वीडियो भी सोशल मीडिया पर खूब वायरल हुई.
पुलिस ने जमानत पर छूटने के बाद जफर अली के इस तरह का जश्न मनाने के अंदाज को कानून का उल्लंघन बताया है. इस मामले में सत्यव्रत पुलिस चौकी के दरोगा आशीष तोमर ने जफर अली, उनके तीन वकील साथियों सरफराज, ताहिर और हैदर एडवोकेट के खिलाफ धारा 223(1) BNS के तहत नामजद रिपोर्ट दर्ज कराई है. इसके साथ ही 60 अज्ञात समर्थकों के खिलाफ भी केस दर्ज किया गया है.
बता दें, हालिया दिनों शाही जामा मस्जिद इंतजामिया कमेटी के अध्यक्ष जफर अली एडवोकेट को संभल की MP-MLA कोर्ट से जमानत मिल गई है. वह पिछले चार महीने से मुरादाबाद जेल में बंद थे. कोर्ट ने मामले की जांच में जुड़ी दो बड़ी धाराओं में उन्हें जमानत दी है. इससे उनकी रिहाई का रास्ता साफ हो गया है.
इससे पहले इलाहाबाद हाईकोर्ट ने भी 24 जुलाई को अन्य धाराओं में उन्हें जमानत दी थी. तस्दीक और कागजी कार्रवाई होने के बाद बीते दिनों जफर अली को मुरादाबाद जेल से बीते दिनों जमानत मिल गई. संभल हिंसा मामले में जफर अली पर कई धाराओं में केस दर्ज है, जिसमें सार्वजनिक संपत्ति को नुकसान पहुंचाने समेत कई गंभीर मामले दर्ज है. जफर अली पहले से संभल हिंसा मामले में आरोपी हैं, अब इस नई एफआईआर दर्ज होने से उनकी मुश्किलें और बढ़ सकती हैं.
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