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Sheikh Haseena हुई भावुक, बोलीं अल्लाह ने रखा है जिंदा; आ रही हूं वापस

Sheikh Haseena: शेख हसीना ने अपने लीडर्स के परिवार वालों से बात करते हुए कहा कि उन्हें अल्लाह ने जिंदा रखा है. इसके साथ ही उन्होंने कहा कि वह जल्द ही बांग्लादेश आएगी. पूरी खबर पढ़ें.

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Sheikh Haseena हुई भावुक, बोलीं अल्लाह ने रखा है जिंदा; आ रही हूं वापस
Sami Siddiqui |Updated: Apr 08, 2025, 01:23 PM IST
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Sheikh Haseena: बांग्लादेश की पूर्व प्रधानमंत्री शेख हसीना ने कहा है, "अल्लाह ने मुझे किसी वजह से जिंदा रखा है", और "वह दिन आएगा" जब अवामी लीग के मेंबर्स को निशाना बनाने वालों को न्याय के कटघरे में लाया जाएगा. अवामी लीग की चीफ, हसीना देश में उनके खिलाफ भारी विरोध होने के बाद भाग गई थीं, उन्होंने भारत में शरण ली थी. हसीना की यह टिप्पणी उस समय की है जब वह सोशल मीडिया पर अपनी पार्टी के नेताओं के परिवार के सदस्यों से बातचीत कर रही थीं.

शेख हसीना ने मोहम्मद यूनुस को किया टारगेट

उन्होंने बांग्लादेश में अंतरिम सरकार के मुख्य सलाहकार मुहम्मद यूनुस पर निशाना साधा और उन्हें ऐसे शख्स बताया जिसने कभी लोगों से प्यार नहीं किया. उन्होंने कहा कि मोहम्मद यूनुस ने ऊंची ब्याज दरों पर छोटी रकम उधार दी और उस पैसे का इस्तेमाल विदेश में ऐशो-आराम से रहने में किया. हम तब उसके दोगलेपन को समझ नहीं पाए, इसलिए हमने उसकी बहुत मदद की. लेकिन, लोगों को कोई फायदा नहीं हुआ. उसने खुद के लिए अच्छा किया. फिर सत्ता की ऐसी लालसा पैदा हुई जो अब बांग्लादेश को जला रही है.

बांग्लादेश में हर किसी को बनाया जा रहा है निशाना

77 साल की शेख हसीना ने कहा कि विकास के मॉडल के रूप में देखा जाने वाला बांग्लादेश अब एक "आतंकवादी देश" बन गया है. हमारे नेताओं और कार्यकर्ताओं को इस तरह से मारा जा रहा है जिसे शब्दों में बयां नहीं किया जा सकता. अवामी लीग, पुलिस, वकील, पत्रकार, कलाकार, हर किसी को निशाना बनाया जा रहा है.

मीडिया की आजादी को छीना

पूर्व प्रधानमंत्री ने बांग्लादेश में मीडिया पर शिकंजा कसने का आरोप लगाया. उन्होंने कहा, "बलात्कार, हत्या, डकैती, कुछ भी रिपोर्ट नहीं किया जा सकता. और अगर इसकी रिपोर्ट की जाती है, तो टीवी चैनल या अखबार को निशाना बनाया जाता है.

एक ही दिन में मैंने अपने पिता और माता को खोया

अपने पिता और बांग्लादेश के पहले राष्ट्रपति शेख मुजीबुर रहमान सहित अपने पूरे परिवार की भयानक हत्याओं को याद करते हुए उन्होंने कहा कि मैंने एक ही दिन में अपने पिता, माता, भाई, सभी को खो दिया, और फिर उन्होंने हमें देश लौटने नहीं दिया. मुझे अपने लोगों को खोने का दर्द पता है. अल्लाह मेरी हिफाजत करता है, शायद वह मेरे जरिए से कुछ अच्छा करवाना चाहता है. जिन लोगों ने ये अपराध किए हैं, उन्हें सजा मिलनी चाहिए.

जब एक समर्थक ने पूछा कि वह कैसी हैं, तो शेख हसीना ने जवाब दिया, "मैं ज़िंदा हूँ, बेटा." दूसरे समर्थक ने उनसे कहा, "अल्लाह तुम्हें फिर से मौक़ा दे." उन्होंने जवाब दिया, "वह ज़रूर देगा. इसीलिए अल्लाह ने मुझे ज़िंदा रखा है. मैं आ रही हूँ."

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