सिद्धार्थ नगर: उत्तर प्रदेश में कथित अवैध मदरसा, मस्जिद और मजारों के खिलाफ की जा रही कार्रवाई के तहत मंगलवार को सिद्धार्थ नगर जिले के डूमरियागंज तहसील में लगभग 105 सालों से हिन्दू- मुसलमानों के आस्था का केंद रहे एक मजार को भारी पुलिस बल की मौजूदगी में सरकार ने ध्वस्त कर दिया. सरकार का दावा है कि ये मज़ार सरकारी चारागाह की ज़मीन पर गैर- कानूनी तरीके से बना हुआ था. वहीँ, इस मजार को तोड़े जाने के बाद इलाके के हिन्दू और मुसलमान दोनों में काफी नाराजगी है. इलाके में तनाव को देखते हुए भारी तादाद में पुलिस बल तैनात किये गए हैं.
जिलाधिकारी राजा गणपति आर ने कहा, "105 साल पुराने मज़ार को कानूनी प्रक्रिया के तहत ध्वस्त किया गया है. ये मज़ार सरकारी जमीन पर बना था. कानूनी प्रकिया अपनाते हुए नोटिस दी गई थी, और उसके बाद आज सुबह पुलिस फ़ोर्स लगा कर सरकारी जमीन को खाली कराया गया."
इलाके के लोगों का कहना है कि ये फागु शाह बाबा का मजार था. यहाँ हिन्दू और मुसलमान दोनों आते थे. दोनों की मुरादें यहाँ से पूरी होती थी. हर गुरुवार को यहाँ मजार पर मेले का भी आयोजन होता था. ग्रामीणों का मानना है कि कुछ बाहरी लोगों ने यहां पर धार्मिक उन्माद फैलाने की नीयत से शासन और सत्ता का दुरुपयोग कर मजार को ध्वस्त करवा दिया है.
दरगाह के संरक्षक असगर अली ने बताया कि इस 150 साल पुराने मजार के खिलाफ शिकायत डुमरियागंज के पूर्व भाजपा विधायक राघवेंद्र सिंह ने प्रशासन से थी, जिसके बाद यह कार्रवाई की गई है. यह एक तरह से मुसलमानों के आस्था से खिलवाड़ है. सरकार मुसलमानों को परेशान कर रही है.
नेता विपक्ष ने कहा, सुप्रीम कोर्ट तक लड़ेंगे लड़ाई
इस कार्रवाई को लेकर इटवा के सपा विधायक और पूर्व विधानसभा अध्यक्ष माता प्रसाद पांडे ने सरकार की आलोचना की है. उन्होंने राज्य सरकार पर मुस्लिम समाज के उत्पीड़न करने का आरोप लगाते हुए इसे अनुचित कार्रवाई बताया है. नेता प्रतिपक्ष माताप्रसाद पांडेय ने कहा कि फागू बाबा का मजार सैकड़ो वर्ष पुराना था. भाजपा की सरकार ने दोषपूर्ण रवैया अपनाते हुए इस मजार को गिरा दिया है. यह हिंदू और मुस्लिम एकता का प्रतीक माना जाता था. इस मामले को हम विधानसभा में उठाएंगे और इसकी लड़ाई सुप्रीम कोर्ट तक लड़ेंगे.
क्या कहते हैं शिकायत करने वाले पूर्व भाजपा विधायक
वहीँ, फागु शाह बाबा के मजार को फागु प्रसाद की समाधि स्थल का होने का दावा करने वाले और जिला प्रशासन को इस मजार के खिलाफ शिकायत करने वाले पूर्व विधायक और हिंदू युवा वाहिनी के प्रदेश प्रभारी राघवेंद्र प्रताप सिंह ने मजार के गिराए जाने पर मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ का शुक्रिया अदा किया है. उन्होंने कहा कि इस मजार के ध्वस्तीकरण के बाद मौलाना और मौलवियों के पाखंड से यहां के लोगों को आज छुटकारा मिल गया है. यहाँ मजार की आड़ में बहुत से गलत काम होते थे. उन्होंने कहा कि सपा की सरकार में यहां के सांसद और विधायक ने अपने फंड का दुरुपयोग कर यहां पर कुछ काम भी कराया था.
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