Barabanki News: देशभर में एक साथ होली खेली गई है और जुमे की नमाज अदा की गई है. वहीं, होली के दिन कई मस्जिदों को ढक भी दिया गया है. मुल्क में कुछ जगह मुसलमानों ने जुमे की नमाज पढ़ने से परहेज किया है और घर पर ही नमाज अदा की है. वहीं दूसरी तरफ उत्तर प्रदेश के बाराबंकी जिले लोगों ने हिन्दू-मुस्लिम एकता की मिसाल पेश की है और देवा शरीफ में मुसलमानों ने अनोखी होली खेली है.
लेग हर-हर बम-बम के नारे
दरअसल, बाराबंकी में सूफी संत हाजी वारिस अली शाह की दरगाह है. यहां की होली दुनियाभर में मशहूर है. इस दरगाह पर हर साल होली बड़े धूमधाम से मनाई जाती है. इस बार भी वहां के मुसलमानों ने जमकर होली खेली. इस दौरान दरगाह जय श्री राम और हर हर बम बम के नारों से गूंज उठी. इस दरगाह पर क्या मुस्लिम और क्या हिंदू, सभी ने एक दूसरे को गुलाल लगाकर होली की शुभकामनाएं दीं और एक अनूठी मिसाल पेश की और तमाम नफरत फैलाने वालों को करारा जवाब दिया.
उत्तर प्रदेश के बाराबंकी जिले में मुसलमानों ने जमकर होली खेली है. pic.twitter.com/oIgEg1Ecct
— तौसीफ आलम (@Tauseefalamzee) March 14, 2025
हर मनाया जाता है धूमधाम से होली
गौरतलब है कि सूफी संत हाजी वारिस अली शाह ने भी यही संदेश दिया था कि जो खुदा है, वही राम है. शायद इसीलिए यह स्थान हिंदू-मुस्लिम एकता का संदेश देता आ रहा है. इस दरगाह पर मुस्लिम समुदाय से कहीं ज्यादा संख्या में हिंदू समुदाय के लोग आते हैं. लोगों ने नाचते-गाते हुए कौमी एकता गेट से जुलूस निकाला. यह जुलूस हर साल की तरह इस साल भी देवा कस्बे से होते हुए दरगाह पर पहुंचा. इस बार भी जुलूस में हर मजहब के लोग शामिल हुए.
सालों से खेली जाती है होली
इस मौके पर देवा शरीफ आए लोगों ने बताया कि यहां होली खेलने की परंपरा सैकड़ों साल पहले हुकूमत के जमाने से चली आ रही है. यहां गुलाल और गुलाब के फूलों से होली खेली जाती है. होली के दिन यहां देश के कोने-कोने से सभी धर्मों के लोग आते हैं और एक-दूसरे को रंग-गुलाल लगाकर भाईचारे की मिसाल कायम करते हैं.
होली कमेटी के चीफ ने क्या कहा?
देवा के वारसी होली कमेटी के अध्यक्ष शहजादे आलम वारसी ने बताया कि दरगाह पर होली सरकार के जमाने से मनाई जाती है, इसमें सभी धर्मों के लोग शामिल होते हैं. होली के दिन यहां कई क्विंटल गुलाल और गुलाब से होली खेली जाती है.