Yemen Condition: युनाइटेड नेशन्स के मानवीय सहायता प्रमुख टॉम फ्लेचर ने बुधवार को कहा कि यमन में लोग भुखमरी का शिकार हो रहे हैं, जिनमें 5 साल से कम उम्र के दस लाख से ज्यादा बच्चे शामिल हैं जो जानलेवा कुपोषण से जूझ रहे हैं.
फ्लेचर ने संयुक्त राष्ट्र सुरक्षा परिषद को बताया कि अरब दुनिया के सबसे गरीब देश यमन में खाद्य संकट 2023 के अंत से तेजी से बढ़ रहा है. उन्होंने चेतावनी दी कि सितंबर तक भूख से पीड़ित लोगों की तादाद 1.8 करोड़ (18 मिलियन) से ऊपर जा सकती है और गंभीर कुपोषण से ग्रस्त बच्चों की तादाद अगले साल की शुरुआत तक 12 लाख (1.2 मिलियन) हो सकती है.
फ्लेचर ने कहा कि युनाइटेड नेशन्स ने इस तरह की भयानक स्थिति 2022 की शुरुआत में हुई संयुक्त राष्ट्र-समर्थित संघर्षविराम के पहले देखी थी. अब जब पूरी दुनिया में मानवीय सहायता के लिए मिलने वाली फंडिंग घट रही है, तो खाद्य सहायता में भी कटौती की जा रही है. मई के बीच तक, यमन के लिए संयुक्त राष्ट्र की 2.5 बिलियन डॉलर की मानवीय सहायता अपील में से सिर्फ 222 मिलियन डॉलर (लगभग 9%) ही मिले थे.
यमन 2014 से गृहयुद्ध में फंसा हुआ है, जब ईरान समर्थित हूती विद्रोहियों ने राजधानी सना पर कब्जा कर लिया था और अंतरराष्ट्रीय स्तर पर मान्यता प्राप्त सरकार को सऊदी अरब में निर्वासन में जाना पड़ा था. इसके बाद सऊदी अरब के नेतृत्व वाला गठबंधन हूती विद्रोहियों से लड़ रहा है ताकि सरकार को बहाल किया जा सके.
इस जंग ने यमन को तबाह कर दिया है, दुनिया के सबसे बड़े मानवीय संकटों में से एक पैदा कर दिया है और यह एक रुक-रुक कर चलने वाला प्रॉक्सी युद्ध बन गया है अब तक 1.5 लाख से ज्यादा लोग मारे जा चुके हैं, जिनमें लड़ाके और आम नागरिक दोनों शामिल हैं.
युनाइटेड नेशन्स के यमन के लिए विशेष दूत हैंस ग्रुंडबर्ग ने वीडियो के जरिए परिषद को बताया कि इस हफ्ते हूती विद्रोहियों ने रेड सी (लाल सागर) में दो कमर्शियल जहाजों पर हमला किया. यह पिछले सात महीनों में पहला हमला था. साथ ही, इजरायली हवाई हमलों ने राजधानी और महत्वपूर्ण बंदरगाहों को निशाना बनाया है, जिससे संघर्ष और बढ़ रहा है.