Rampur News Today: सरकारी महकमे की लापरवाही ने एक गरीब मजदूर को सकते में डाल दिया. इनकम टैक्स विभाग ने एक मजदूर को 1.92 करोड़ रुपये का नोटिस भेज दिया. जब पीड़ित मजदूर को यह बात पता चली तो उसके पैरों तले से जमीन खिसक गई. हालांकि, जब इस मामले की जांच की गई तो सामने आया कि मजदूर के मालिक ने उसके आधार और पैन कार्ड का इस्तेमाल कर एक फर्जी फर्म खोल रखी थी.
इस खुलासे के बाद अदालत ने आरोपियों के खिलाफ मुकदमा दर्ज करने और मामले की जांच के आदेश दिए हैं. बताया जा रहा है कि पीड़ित मजदूर मुजाहिद के आरोपी मालिक ने बहुत शातिर ढंग से उसका पैन और आधार ले लिया था. उसके इस डॉक्यूमेंट अवैध इस्तेमाल करते हुए एक फर्म रजिस्टर करवा लिया और करोड़ों रुपये के लेन देन किए.
जानकारी के मुताबिक, रामपुर स्थित इनकम टैक्स कार्यालय ने एक मजदूर को 1.92 करोड़ रुपये का टैक्स चुकाने का नोटिस भेजा. नोटिस में बताया गया कि यह राशि एक फर्म की आमदनी के आधार पर तय की गई है, जो सरकारी रिकॉर्ड में उसी मजदूर के नाम पर दर्ज है. विभाग ने यह राशि जल्द से जल्द जमा कराने के लिए कहा है.
पीड़ित मजदूर मुजाहिद का कहना है कि जिस फर्म में वह काम करता था, वहां नौकरी देने से पहले उसके मालिक ने उसका आधार और पैन कार्ड जमा करवा लिया था. बाद में उसी दस्तावेजों के आधार पर फर्म को उसके नाम पर रजिस्टर्ड करवा दिया गया और सभी लेन देन मालिक खुद करता रहा. मुजाहिद को मालिक जिस तरह कहा, वह करता चला गया. पीड़ित मजदूरी करके बड़ी मुश्किल से घर की रोजी रोटी चलाता है.
अब जब इनकम टैक्स का नोटिस आया तो उसे असली सच्चाई पता चली. उसने इस फर्जीवाड़े के खिलाफ अदालत का दरवाजा खटखटाया है. पीड़ित के वकील शहाब शाकिर ने बताया कि अदालत ने मामले की सुनवाई के बाद गंज पुलिस को निर्देश दिया कि फर्म के मालिक के खिलाफ मुकदमा दर्ज कर मामले की जांच की जाए.
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