Pakistani Citizens in India: पहलगाम में हुए आतंकी हमले के बाद देशभर में पाकिस्तानी नागरिकों की गतिविधियों और मौजूदगी पर सख्ती बढ़ा दी गई है. इसी क्रम में उत्तर प्रदेश के फर्रुखाबाद जिले में भी विदेश से आए नागरिकों की जांच शुरू की गई, जिसमें एक चौंकाने वाला खुलासा हुआ है.
जानकारी के मुताबिक, पिछले 50 सालों में पांच पाकिस्तानी नागरिक फर्रुखाबाद आए, लेकिन इनके वापस जाने का कोई रिकॉर्ड नहीं मिला है. न तो खुफिया विभाग और न ही पुलिस के पास इनकी कोई जानकारी है. ऐसा प्रतीत हो रहा है जैसे ये लोग अचानक गायब हो गए. या तो ज़मीन निगल गई या आसमान खा गया.**
पुलिस और खुफिया एजेंसियों ने जब इन पांच नागरिकों का पता लगाने की कोशिश की, तो *कोई सुराग हाथ नहीं लगा. इनका रिकॉर्ड, वापसी की जानकारी या कोई कानूनी दस्तावेज. कुछ भी मौजूद नहीं है. यह सवाल उठाता है कि इतनी बड़ी चूक कैसे हुई.
1. श्रीमती खातून
2. अब्दुल साजिद
3. कुमारी फिरोजा
4. बब्बन
5. श्रीमती मुख्तार जहां
इनमें से कोई भी शख्स अब कहां है, इसका कोई प्रमाण मौजूद नहीं है. सवाल यह भी उठता है कि क्या ये लोग भारत से छिपकर वापस चले गए. किसी साजिश में शामिल हो गए, या फिर यहीं किसी अनजान पहचान से रह रहे हैं. यह मामला प्रदेश की सुरक्षा व्यवस्था पर गंभीर सवाल खड़ा करता है और इसके पीछे की हकीकत जानना अब जरूरी हो गया है.
- जब ये लोग वापस नहीं गए तो गुमशुदगी की रिपोर्ट क्यों नहीं दर्ज हुई?
- भारत सरकार या दूतावास में इनकी कोई जानकारी क्यों नहीं खोजी गई?
- क्या अन्य जिलों में भी ऐसे ही लापता विदेशी नागरिक मौजूद हैं?