Badaun News Today: उत्तर प्रदेश में मुसलमानों को लगातार निशाना बनाया जा रहा है और लोगों में देश के सबसे बड़े अल्पसंख्यक समुदाय के खिलाफ नकारात्मक नैरेटिव सेट करने के लिए लगातार प्रोपेगैंडा बनाया जा रहा है. जिसका शिकार एक मुस्लिम डॉक्टर हो गया. इसका शिकार शनिवार (5 जुलाई) की रात बदायूं जिले में एक मुस्लिम कंपाउंडर को झेलना पड़ा और उनको लोगों ने खंभे से बांधकर बेरहमी से पिटाई कर दी.
आरोप है कि दवा देने आए कंपाउंडर को मोहल्ले के कुछ लोगों ने बिजली के खंभे से बांधकर बेरहमी से पिटाई कर दी, जिससे वह गंभीर रुप से घायल हो गया. यह पूरी घटना बदायूं जिले के इस्लामनगर मोहल्ले की है, जिसका वीडियो सोशल मीडिया पर वायरल होने के बाद पुलिस ने मामले में एक्शन लिया है.
जिस औरत को कंपाउंडर दवा देने गया था, उन्होंने मारपीट करने वाले हिंदूवादी संगठन के लोगों के खिलाफ पुलिस में शिकायत दर्ज कराई है. पीड़िता शिखा सागर ने कोतवाली पुलिस को दी गई तहरीर में बताया कि वह बीए की परीक्षा देने के लिए अपने मायके आई हुई थी. शनिवार रात करीब साढ़े 11 बजे उसके दो साल के बेटे की तबीयत खराब हो गई. इलाज के लिए उसने पहले से संपर्क में रहे कंपाउंडर आसिफ सैफी को फोन कर घर बुलाया.
शिखा सागर के बुलाने पर जैसे ही आसिफ सैफी उनके घर पहुंचा, इस्लामोफोबिया से ग्रस्त मोहल्ले के महावीर, महेश, मनीष, ओमपाल, शेर सिंह, मेघ सिंह, कुलदीप समेत कई अन्य लोग वहां आ गए. इसके बाद इन लोगों ने मुस्लिम पहचान जाहिर होते ही आसिफ सैफी को घर से खींचकर बाहर निकाला और फिर बिजली के खंभे से बांधकर लाठी-डंडों से पिटाई कर दी.
शिखा के मुताबिक, जब उसने इसका विरोध किया तो आरोपियों ने उसे भद्दी गालियां दीं और दुर्व्यवहार किया और जान से मारने की धमकी भी दी. यह पूरी घटना मोबाइल कैमरे में कैद हो गई, जो अब सोशल मीडिया पर वायरल हो रही है. पुलिस ने शिखा की तहरीर पर सात नामजद और कुछ अज्ञात लोगों के खिलाफ मामला दर्ज कर लिया है.
हिंदुस्तान में छपी खबर के मुताबिक, इंस्पेक्टर विशाल प्रताप सिंह ने बताया कि वायरल वीडियो के आधार पर जांच शुरू कर दी गई है और जल्द ही आरोपियों की गिरफ्तारी की जाएगी. फिलहाल इस घटना से इलाके में चर्चा और नाराजगी का माहौल है. पुलिस का कहना है कि कानून अपने हाथ में लेने वालों के खिलाफ सख्त कार्रवाई की जाएगी.