Bahraich Jeth Mela 2025: बहराइच में सैयद सालार मसूद गाजी की मजार पर हर साल लगने वाले 'जेठ मेले' पर प्रशासन ने रोक लगा दी है. जिला प्रशासन ने सुरक्षा की दुहाई देते हुए मेले पर रोक लगाने के आदेश दिए हैं. ऐसे में अब बाहर से आने वाले जायरीनों भीड़ को रोकने के लिए पुलिस ने चप्पे-चप्पे पर कड़ा पहरा लगाया है.
सैयद सालार मसूद गाजी की मजार पर हर साल जेठ मेला एक महीने तक चलता है. इस मेले में बहराइच सहित आसपास के जिलों से बड़ी संख्या में लोगों के पहुंचने की उम्मीद थी. हालांकि, प्रशासन ने मेले पर रोक लगाते हुए दरगाह तक जाने वाले सभी एंट्री पॉइंट्स पर बैरिकेडिंग लगा दिया है. जिससे जायरीन को आगे बढ़ने से रोक जा सक. मौके पर पुलिस पूरी मुस्तैदी से तैनात है.
बता दें, बड़ी संख्या में जायरीन बहराइच में गाजी मियां के मेले में बारात लेकर हर साल आते थे, लेकिन इस बार जिला प्रशासन की तरफ से इजाजत नहीं मिनले की वजह से 15 से शुरू होने वाले मेले को रद्द कर दिया गया है. इससे जायरीन काफी मायूस नजर आ रहे हैं.
मेले में पूर्वांचल और उत्तर भारत के कई जिलों से बड़ी संख्या जायरीन डीजे, बस और निजी वाहनों पर सवार होकर बारात लेकर पहुंचते हैं. यह परंपरा सालों से चली आ रही है. इस मेले में न सिर्फ मुस्लिम समुदाय बल्कि हिंदू और अन्य धर्म के लोग भी जोश खरोश के साथ श्रद्धाभाव से शामिल होते हैं.
एक तरफ बहराइच जिला प्रशासन ने सुरक्षा कारणों को वजह बताते हुए मेले के आयोजन पर रोक लगा दी है, तो दूसरी तरफ बहराइच एसपी ने प्रदेश के सभी पुलिस अधीक्षकों को पत्र भेजकर यह साफ किया है कि मेले के आयोजन की इजाजत नहीं दी गई है. ऐसे में यहां पर किसी भी तरह के आयोजन पर पूरी तरह से प्रतिबंध है.
'जेठ मेले' में शामिल होने के लिए पहुंचने वाले जायरीन को रोकने के लिए बहराइच पुलिस ने खास इंतजाम किए हैं. जिले की सीमा पर कड़ी निगरानी रखी जा रही है. चप्पे-चप्पे पर जायरीन के हुजूम को रोकने के लिए बैरिकेडिंग लगाकर पुलिस तैनात है. मेले पर रोक लगने के बाद रात के अंधेरे में ही दरगाह के इलाके को पुलिस छावनी में तब्दील कर दिया गया. इस पर सीओ सिटी पहुप सिंह और थानाध्यक्ष दरगाह राजनाथ सिंह लगातार नजर बनाए हुए हैं.