Shamli News: उत्तर प्रदेश के शामली जिले से एक चौंकाने वाली घटना सामने आई है, जिसमें एक जिंदा बुजुर्ग औरत को पंचायत सहायक ने मृत घोषित कर दिया. मामला थानाभवन क्षेत्र के हसनपुर लुहारी गांव का है, जहां रहमत नाम की एक महिला पिछले कई महीनों से अपनी वृद्धावस्था पेंशन बंद होने की समस्या से जूझ रही है.
रहमत को इस बात का पता तब चला जब वह अपनी पेंशन लेने बैंक गई. वहां बैंक कर्मचारियों ने उसे बताया कि सरकारी रिकॉर्ड में उसे मृत दिखाया गया है, इसलिए उसकी पेंशन बंद कर दी गई है. यह सुनकर महिला हैरान रह गई. उसने कई बार सरकारी दफ्तरों के चक्कर काटे, अधिकारियों से गुहार लगाई, लेकिन कोई सुनवाई नहीं हुई.
निराश होकर रहमत ने कलेक्ट्रेट जाकर जिलाधिकारी को अपने जीवित होने का प्रमाण दिया. उसने हाथ में एक पर्चा लेकर डीएम कार्यालय के बाहर धरना दिया. उस पर्चे में लिखा था, "मेरा नाम रहमत है, मेरे पति स्वर्गीय रशीद की दो साल पहले मृत्यु हो गई थी. उनकी मृत्यु के बाद मेरी वृद्धावस्था पेंशन शुरू हो गई थी लेकिन पंचायत सहायक की लापरवाही के कारण मुझे मृत घोषित कर दिया गया है. मैं जीवित हूं, मेरी पेंशन शुरू की जाए."
रहमत का क्या है आरोप
रहमत का आरोप है कि पंचायत सहायक ने बिना किसी जांच-पड़ताल के उसे मृत घोषित कर दिया, जो सरासर लापरवाही और अन्याय है. महिला का यह भी कहना है कि वह कई बार अधिकारियों से मिल चुकी है, लेकिन किसी ने उसकी बातों को गंभीरता से नहीं लिया.
डीएम ने दिए जांच के आदेश
इस पूरी घटना के बाद, ज़िला मजिस्ट्रेट ने महिला का शिकायती पत्र लिया और मामले की जांच के बाद उचित कार्रवाई का आश्वासन दिया. अब उम्मीद है कि रहमत की पेंशन फिर से शुरू हो जाएगी और इस गलती के लिए ज़िम्मेदार लोगों पर कड़ी कार्रवाई की जाएगी.