Uttar Pradesh News: उत्तर प्रदेश के शाहजहांपुर से एक बेहद चिंताजनक और खतरनाक घटना सामने आई है. यहां कांवड़ यात्रा में शामिल लोगों ने एक ट्रक को इस शक में रोक लिया कि उसमें गोवंश के अवशेष हैं. सिर्फ शक के आधार पर कांवड़ियों ने न सिर्फ ट्रक ड्राइवर की बेरहमी से पिटाई की बल्कि बाद में ट्रक में आग भी लगा दी. खास बात यह है कि ये पूरी घटना पुलिस की मौजूदगी में हुई, लेकिन भीड़ को रोकने की कोई ठोस कोशिश नहीं की गई.
घटना शाहजहांपुर के थाना कलान क्षेत्र के बदायूं मार्ग पर स्थित पटना देवकली इलाके की है. मीडिया रिपोर्ट के मुताबिक जब कांवड़ यात्रा निकल रही थी तभी उन्हें एक ट्रक से बदबू आने का एहसास हुआ. शक के आधार पर कांवड़ियों ने ट्रक को बीच रास्ते में रुकवाया और देखा कि उसमें पशुओं की खालें भरी हुई हैं. बिना किसी पुख्ता जानकारी या जांच के, भीड़ ने यह मान लिया कि ये गोवंश के अवशेष हैं. इसी शक में उन्होंने ड्राइवर को बुरी तरह पीटना शुरू कर दिया.
ट्रक ड्राइवर की पहचान शिव कुमार के रूप में हुई है, जैसे ही पुलिस मौके पर पहुंची, उसने पीड़ित ट्रक ड्राइवर को हिरासत में ले लिया, लेकिन इसी दौरान गुस्साई भीड़ ने पुलिस की मौजूदगी में ही ट्रक को आग के हवाले कर दिया. ट्रक धू-धू कर जलता रहा और भीड़ पत्थरबाजी भी करती रही, लेकिन पुलिस मूकदर्शक बनी रही. ट्रक पूरी तरह से जलकर खाक हो गया है.
इस घटना का वीडियो सोशल मीडिया पर वायरल हो रहा है. वीडियो में साफ देखा जा सकता है कि पुलिस मौके पर मौजूद है, लेकिन कोई उपद्रवियों को रोकने के लिए कोई ठोस कार्रवाई नहीं कर रही. ऐसे में सवाल यह उठता है कि क्या भीड़ को कानून अपने हाथ में लेने की छूट है? क्या सिर्फ शक के आधार पर किसी को भी भीड़ के जरिए सजा दी जा सकती है, वो भी बिना किसी जांच के?
इस घटना से एक बार फिर देश में भीड़तंत्र और धर्म के नाम पर कानून को ताक पर रखने की प्रवृत्ति पर सवाल उठे हैं. बता दें कि मुसलमानों के साथ इस तरह की घटनाओं में अक्सर देखा गया है कि गोवंश के नाम पर उन्हें निशाना बनाया जाता है.