Varanasi News: वाराणसी नगर निगम ने ऐलान किया है कि आने वाले नवरात्रि के मौके पर शहर में सभी मांस की दुकानें बंद रहेंगी. नगर आयुक्त अक्षत वर्मा ने एएनआई से बात करते हुए कहा कि आदेश को लागू करने की तैयारी चल रही है.
वर्मा ने कहा, "कार्यकारी बोर्ड के जरिए लिए गए फैसले के मुताबिक, हमने तय किया है कि नवरात्रि के दौरान नगर निगम इलाके में मांस की दुकानें बंद रहेंगी. हम इसे लागू करने के लिए काम कर रहे हैं." उन्होंने आगे कहा,"हमारे पास अपनी गाड़ियां हैं जो हालात पर नज़र रखने के लिए शहर में घूमेंगी. अगर इस दौरान कोई मांस की दुकान खुली पाई गई तो उनके खिलाफ कार्रवाई की जाएगी."
हाल ही के सालों में, उत्तर प्रदेश के कई शहरों ने धार्मिक पवित्रता और सार्वजनिक भावना को बनाए रखने के लिए अहम हिंदू त्योहारों के दौरान मांस की बिक्री पर अस्थायी प्रतिबंध लागू किया है. नवरात्र, होली, दिवाली और कई और त्योहारों पर मांस की दुकाने बंद रखी जाती हैं.
इस बीच, देश की राजधानी दिल्ली के त्रिलोकपुरी से भी नवरात्रि के मौके पर मीट की दुकानें बंद रखने की मांग उठी है. भाजपा विधायक रविकांत ने 30 मार्च से शुरू होने वाले चैत्र नवरात्रि के लिए पूर्वी दिल्ली में मांस की दुकानों को बंद करने की गुजारिश की है.
पूर्वी जिले के शास्त्री नगर के जिला मजिस्ट्रेट को लिखे खत में कांत ने गुजारिश की है कि नौ दिवसीय त्योहार के दौरान पवित्रता बनाए रखने और दिल्ली भर में स्वच्छता सुनिश्चित करने के लिए मांस की दुकानें बंद रखी जाएं. इसके साथ ही उन्होंने इस खत में इस त्योहार की अहमियत के बारे में भी बताया. इसके अलावा कांत ने बताया कि 6 अप्रैल को भगवान राम का जन्मोत्सव है, जो चैत्र मास के शुक्ल पक्ष की नवमी तिथि को मनाया जाता है.
मुस्लिम धर्मगुरु चौधरी इफराहीम हुसैन ने भाजपा विधायक रविकांत को जवाब देते हुए कहा था कि वह बीजेपी नेता के इस बयान का समर्थन करते हैं और उन्होंने कहा था कि मु्स्लिम समुदाय को इस कदम से कोई आपत्ति नहीं होगी. चौधरी ने कहा था कि हर धर्म की अपने सेंटिमेंट होते हैं और उनकी इज्जत करना बहुत जरूरी है.
एएनआई से बात करते हुए चौधरी इफरहीम ने कहा था,"मुसलमानों को इस कदम पर कोई आपत्ति नहीं है क्योंकि यह हिंदू समुदाय की भावनाओं का सम्मान करता है. यह प्रशासन का मामला है. मुस्लिम समुदाय को इस पर कोई आपत्ति नहीं होगी क्योंकि हर धर्म की अपनी भावनाएं और आस्था जुड़ी होती हैं और हम सभी को इसका सम्मान करना चाहिए"
2025 में, ईद-उल-फितर और चैत्र नवरात्रि एक साथ पड़ने की संभावना है, ईद संभवतः 30 या 31 मार्च को होगी, और नवरात्रि 30 मार्च से शुरू होकर 7 अप्रैल को समाप्त होगी.