Delhi News Today: केंद्रीय राजधानी दिल्ली में Indian Muslims for Civil Rights (IMCR) के बैनर तले कांस्टीट्यूशन क्लब में फिलिस्तीन के समर्थन में एक बड़ा कार्यक्रम आयोजित किया गया. इस आयोजन में कई प्रमुख नेता और राजनयिक शामिल हुए. पूर्व विदेश मंत्री मणि शंकर अय्यर, पूर्व केंद्रीय मंत्री सलमान खुर्शीद, पूर्व सांसद मोहम्मद अदीब, ईरान और फिलिस्तीन के राजदूत भी इस कार्यक्रम में मौजूद रहे.
इस मौके पर पूर्व सांसद मोहम्मद अदीब ने कहा कि आज का भारत, मुसलमानों से नफरत की वजह से इजराइल का समर्थन कर रहा है, जबकि पहले ऐसा नहीं था. उन्होंने कहा कि हमारी विदेश नीति कभी धर्म के आधार पर नहीं चलती थी, लेकिन अब सरकार बदलने से नीतियां भी बदल रही हैं. उन्होंने कहा कि भारत को जिस मजबूती से ईरान और फिलिस्तीन के साथ खड़ा होना चाहिए था, वह दिखाई नहीं दे रही है. इसी वजह से हमने यह कार्यक्रम आयोजित किया है, जिससे यह संदेश जाए कि भारत के आम लोग आज भी फिलिस्तीन और ईरान के साथ हैं.
पूर्व विदेश मंत्री मणि शंकर अय्यर ने भी सरकार पर तीखा हमला बोला. उन्होंने कहा, “आज का भारत गांधी और नेहरू का भारत नहीं रहा, अब यह मोदी का भारत है, जो फिलिस्तीन का खुलकर समर्थन नहीं कर रहा है.” उन्होंने आगे कहा कि 35 हजार फिलिस्तीनी बच्चे रिलीफ कैंपों में भूखे-प्यासे रह रहे हैं, लेकिन भारत चुप है. उन्होंने सवाल किया कि जब दुनिया के कई देश फिलिस्तीन के साथ खड़े हैं, तो भारत बार-बार मतदान से क्यों डर रहा है?
कार्यक्रम में कई प्रस्ताव भी पेश किए गए, जिनमें भारत की निष्क्रियता पर चिंता जताई गई. इस मौके पर पूर्व केंद्रीय मंत्री सलमान खुर्शीद ने संतुलित विदेश नीति की जरूरत बताई. उन्होंने कहा कि भारत के सभी से रिश्ते होने चाहिए, लेकिन हर रिश्ते में संतुलन जरूरी है. उन्होंने कहा, "हमें अपने फायदे से ऊपर उठकर दुनिया के भले के बारे में सोचना चाहिए."
बिहार बंद पर पूछे गए सवाल पर पूर्व केंद्रीय मंत्री और कांग्रेस नेता सलमान खुर्शीद ने कहा कि इस पर उनकी पार्टी की ओर से आधिकारिक बयान जारी किया जाएगा और वे खुद फिलहाल कुछ नहीं कह सकते.