Waqf Act News: ऑल इंडिया मुस्लिम पर्सनल लॉ बोर्ड (AIMPLB) ने वक्फ एक्ट में हुए अमेंडमेंट्स के खिलाफ मुंबई और महाराष्ट्र के दूसरे हिस्सों में विरोध प्रदर्शन करने का प्लान बनाया है. AIMPLB का मानना है कि ये अमेंडमेंट्स संविधान में दिए गए धार्मिक स्वतंत्रता के अधिकार पर सीधा हमला हैं. संगठन चाहता है कि इस पूरे कानून पर रोक गए. इसलिए दूसरे समुदायों के नेताओं से बातचीत कर रहा है ताकि उन्हें इन प्रदर्शनों में समर्थन मिल सके.
AIMPLB महाराष्ट्र के कनवीनर मौलाना महमूद दरियाबादी ने कहा,"हम मुंबई और राज्य के अन्य इलाकों में विरोध प्रदर्शन की एक सीरीज पर काम कर रहे हैं. इसमें रैलियां, ह्यूमन चेन, राउंड टेबल मीटिंग्स और 'बत्ती गुल' जैसी चीजें शामिल हैं. बता दें, AIMPLB की स्थापना 1973 में हुई थी और यह एक गैर-सरकारी संगठन है जो मुस्लिम समुदाय के निजी कानूनों से जुड़े मामलों में प्रतिनिधित्व करता है.
दरियाबादी ने बताया कि हमने मुंबई में पहले ही कुछ विरोध प्रदर्शन किए हैं. अगर सुप्रीम कोर्ट से कोई राहत नहीं मिली तो हम एक बड़ी रैली करने का प्लान बना रहे हैं. वक्फ (संशोधन) अधिनियम में कुल 44 प्रावधान हैं जिन्हें मुस्लिम समुदाय ने पूरी तरह खारिज कर दिया है. इन संशोधनों की संवैधानिक वैधता को चुनौती देने वाली याचिकाओं पर सुप्रीम कोर्ट में सुनवाई जारी है और AIMPLB प्रमुख याचिकाकर्ताओं में शामिल है.
AIMPLB के प्रवक्ता एसक्यूआर इलियास ने आरोप लगाया कि सरकार का इरादा वक्फ प्रोपर्टीज पर कब्जा करना है और मुस्लिम समुदाय को उनके धार्मिक ट्रस्ट के मैनेजमेंट से हटाना चाहती है. उन्होंने यह भी कहा कि दूसरे समुदाय भी इस कानून का विरोध कर रहे हैं, और वे AIMPLB के साथ प्रदर्शन में भाग लेने के लिए तैयार हो रहे हैं.
AIMPLB के उपाध्यक्ष मौलाना ओबैदुल्लाह आज़मी ने कहा कि ये अमेंडमेंट संविधान के अनुच्छेद 25 और 26 के तहत मिले मौलिक अधिकारों का उल्लंघन है. यह संविधान की आत्मा पर हमला है. उन्होंने बीजेपी पर निशाना साधते हुए कहा कि हमने पहले अंग्रेजों से लड़ा था, अब उनके बच्चों से लड़ना होगा. उन्होंने आरोप लगाया कि इस बार मुसलिम संगठनों की कोई बात नहीं सुनी गई.