West Bank: शुक्रवार को कब्ज़े वाले वेस्ट बैंक के गांव सिंजिल में दर्जनों सेटलर्स (इजराइली लोग) और फ़िलिस्तीनियों के बीच झड़प हुई. यह झड़प उस समय हुई जब गांव में पास की ज़मीन पर हुए हालिया हमलों के खिलाफ एक मार्च निकाला जा रहा था.
मीडिया रिपोर्ट्स के मुताबिक, गांव के लोग और सामाजिक कार्यकर्ता मार्च शुरू कर रहे थे, तभी गांव के लोगों ने बताया कि कुछ सेटलर्स एक पहाड़ी पर दिखे जो गांव की ज़मीन है. फ़िलिस्तीनी नौजवान पहाड़ी की ओर बढ़े ताकि सेटलर्स को भगाया जा सके. उन्होंने पहाड़ी के नीचे आग लगा दी, जबकि ऊपर से सेटलर्स ने पत्थर फेंके.
कुछ देर में कई इज़राइली सैन्य जीपें वहां पहुंचीं. सैनिकों ने हवा में कुछ गोलियां चलाईं, जिससे फ़िलिस्तीनी पीछे हटकर गांव लौट आए. अनवर अल-घाफरी, जो एक वकील और सिंजिल की नगरपालिका के सदस्य हैं, उन्होंने AFP को बताया कि इस तरह की घटनाएं नई नहीं हैं, लेकिन हाल के दिनों में इनकी तादाद बढ़ी है. सिंजिल गांव वेस्ट बैंक के शहर रामल्लाह के उत्तर में है.
उन्होंने कहा,"एक सेटलर्स का एक ग्रुप, इज़राइली सेना के समर्थन और मंजूरी से, नागरिकों की ज़मीन पर पूरी प्लानिंग के साथ हमले कर रहा है. वे किसानों पर हमला करते हैं, फसलें तबाह करते हैं, और लोगों को अपनी ज़मीन तक पहुंचने से रोकते हैं."
हाल ही में, इज़राइली अधिकारियों ने एक ऊंची बाड़ (फेंस) लगवाई है जो सिंजिल गांव को रोड 60 से काट देती है. यह सड़क वेस्ट बैंक को उत्तर से दक्षिण तक जोड़ती है और इस पर फ़िलिस्तीनी व सेटलर्स दोनों चलते हैं. मोहम्मद असफूर, जो 52 साल के स्थानीय निवासी हैं, उन्होंने बताया कि यह बाड़ उनके समुदाय को बाकी इलाकों से अलग कर रही है, जैसे और भी फ़िलिस्तीनी गांवों और शहरों को अलग किया जा रहा है.
उन्होंने कहा कि सिंजिल को इस दीवार से बहुत तकलीफ हो रही है. मेरा घर इसके पास है और मेरे भाइयों के घर भी. सेटलर्स को सिंजिल में आने की इजाज़त है. लेकिन सिंजिल के लोग इस पहाड़ी पर नहीं जा सकते. वेस्ट बैंक, जिस पर इज़राइल ने 1967 से कब्ज़ा कर रखा है, वहां हिंसा अक्टूबर 2023 में हमास के हमले और गाज़ा जंग शुरू होने के बाद से बहुत बढ़ गई है.