Iran Israel War Update: बीते शुक्रवार (13 जून) को इजराइल ने ईरान पर परमाणु हथियार बनाने का आरोप लगाते हुए तेहरान पर हवाई हमला कर दिया. कुछ एक को छोड़कर ज्यादातर देशों ने इजराइल की अवैध कार्रवाई की कड़ी निंदा की है. इस बीच दुनिया के 21 अरब और अफ्रीकी देशों ने एक संयुक्त बयान जारी कर ईरान के खिलाफ इजराइली दुश्मनी को समाप्त करने, व्यापक युद्धविराम और शांति बहाली का आह्वान किया है.
अरब और अफ्रीकी देश मिस्र, सऊदी अरब, कतर, पाकिस्तान, तुर्की और चाड सहित कई अन्य देशों के विदेश मंत्रियों ने संयुक्त बयान जारी किया है. इसमें कहा गया है कि शुक्रवार से ईरान पर इजराइली हमलों के खतरनाक ढंग से बढ़ने पर गहरी चिंता जाहिर की गई है. उन्होंने चेतावनी दी है कि यह स्थिति पूरे क्षेत्र में शांति और स्थिरता को गंभीर रूप से कमजोर कर सकती है.
इस मौके पर सभी 21 देशों के मंत्रियों ने अंतर्राष्ट्रीय कानून और संयुक्त राष्ट्र चार्टर का उल्लंघन करने के लिए इजराइल की कड़ी शब्दों में निंदा की. साथ ही उन्होंने राज्य की संप्रभुत्ता और क्षेत्रीय अखंडता का सम्मान करने, अच्छे पड़ोसी का भाव बनाए रखने और विवादों को शांतिपूर्ण ढंग से सुलझाने की जरुरतों पर जोर दिया.
इजराइल की अंतरराष्ट्रीय कानून और संयुक्त राष्ट्र चार्टर के उल्लंघन के लिए निंदा की. उन्होंने राज्य की संप्रभुता और क्षेत्रीय अखंडता का सम्मान करने, अच्छे पड़ोसी देश के सिद्धांतों को बनाए रखने और विवादों को शांतिपूर्ण ढंग से हल करने की जरुरतों पर जोर दिया है. उन्होंने मिडिल ईस्ट में परमाणु हथियारों और अन्य सामूहिक विनाश के हथियारों से तत्काल मुक्त करने की जरुरत पर जोर दिया.
मीडिया में छपी रिपोर्ट के मुताबिक, इसके दौरान सभी 21 मुस्लिम अरब और अफ्रीकी देशों ने क्षेत्र के सभी देशों से परमाणु अप्रसार संधि (NPT) में शामिल होने का आह्वान किया है. बयान में ईरान के परमाणु कार्यक्रम पर एक स्थायी समझौते तक पहुंचने के बातचीत की टेबल लौटने की गुजारिश की. जिससे क्षेत्र में शांति स्थापित हो सके.
बता दें, 13 जून को शुक्रवार की सुबह को ही इजराली सेना ने ईरान की राजधानी तेहरान में कई अहम ठिकानों पर हमला किया. इस हमले में ईरानी सेना के कई शीर्ष कमांडर, परमाणु वैज्ञानिक और आम लोग मारे गए है. इसके बाद ईरान ने भी जवाबी कार्रवाई करते हुए इजराइल में अलग-अलग ठिकानों पर मिसाइल और ड्रोन से हमला शुरू कर दिया.