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PAK News: मोमिन भाईयों को भी नहीं बख्श रहा पाकिस्तान; अपील पर क्यों खामोश है इस्लामी ब्रदरहुड?

Afghan Deportation News: अफगानिस्तान में गृहयुद्ध के चलते हजारों अफगान नागरिक पाकिस्तान और ईरान में शरण लेने को मजबूर हुए, लेकिन वहां भी उन्हें अमानवीय व्यवहार और शोषण का सामना करना पड़ा है. पूरी खबर पढ़ने के लिए नीचे स्क्रॉल करें.

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फाइल फोटो
फाइल फोटो
Zee Salaam Web Desk|Updated: May 06, 2025, 02:43 PM IST
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Afghan Deportation News: अफगानिस्तान में चल रहे गृहयुद्ध की वजह से अफगान नागरिकों ने बेहतर जीवन जीने के लिए पाकिस्तान और ईरान में शरण ली, लेकिन अफगान नागरिकों को अच्छी जिंदगी नहीं मिल पाई है. पाकिस्तान में लगातार अफगान शरणार्थियों के साथ अमानवीय व्यवहार किया जा रहा है पाक पुलिस अधिकारी इन शरणार्थियों के साथ दुर्व्यवहार कर रहे हैं और महिलाओं का यौन शोषण कर रहे हैं. इसी वजह से बड़ी संख्या में अफगान नागरिक पाकिस्तान से वापस अपने देश लौट रहे हैं.

टोलो न्यूज ने बताया कि अब तक 1 लाख 10 हजार से ज्यादा अफगान नागरिक पाकिस्तान से निकाले जा चुके हैं. इसके अलावा ईरान और तुर्की से भी लोग अपने देश लौटे हैं. पाकिस्तान से निकाले गए कई लोगों ने बताया कि उन्हें जेलों में बुरी हालत में रखा गया, उनके बच्चे बीमार हो गए और परिवार परेशान है.

अब तक कितने लौट चूके हैं अगफानी अपने वतन
ईरान से लौटे एक व्यक्ति ने कहा कि उनकी आर्थिक हालत खराब होने की वजह से वो ईरान में भी टिक नहीं सके और बार-बार उन्हें जबरन अफगानिस्तान भेजा गया. अफगान सरकार के प्रवक्ता ने बताया कि 1 अप्रैल से अब तक 1 लाख 44 हजार 783 अफगान नागरिक पाकिस्तान, ईरान और तुर्की से वापस आ चुके हैं. इनमें से 3 हजार से ज्यादा लोगों को पाकिस्तान की जेलों से रिहा कर वापस लाया गया है.

मानवाधिकार संगठनों ने की ये अपील
इस पूरे मुद्दे पर अंतरराष्ट्रीय संगठन और मानवाधिकार संस्थाएं जाहिर की है. इन संगठनों का कहना है कि पाकिस्तान का अफगानों को जबरन निकालना अंतरराष्ट्रीय नियमों का उल्लंघन है. खासतौर से महिलाओं और बच्चों को वापस भेजना उनके लिए खतरा है. इन संगठनों ने पाकिस्तान से कहा है कि वो अपनी निर्वासन नीति पर दोबारा विचार करे और अफगान शरणार्थियों की सुरक्षा और हक का ध्यान रखे, ताकि मानवीय संकट और न बढ़े.

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