trendingNow/zeesalaam/zeesalaam02394175
Home >>Muslim World

महिलाओं पर पाबंदी के बाद अब पुरुषों के पीछे पड़ा तालिबान, नौकरी को लेकर सुनाया अनोखा फरमान

Afghanistan News: तालिबान महिलाओं पर तमाम तरह की पाबंदिया लगाने के बाद पुरुषों के पीछे पड़ गया है. अब तालिबान ने एक अनोखा फरमान सुनाया है, जो हैरान करने वाला है. नौतिक मंत्रालय ने दाढ़ी न बढ़ाने के कारण सिक्योरिटी फोर्सेस के 281 सैनिकों को बर्खास्त कर दिया गया है.   

Advertisement
महिलाओं पर पाबंदी के बाद अब पुरुषों के पीछे पड़ा तालिबान, नौकरी को लेकर सुनाया अनोखा फरमान
Zee Salaam Web Desk|Updated: Aug 21, 2024, 11:43 PM IST
Share

Taliban Morality Ministry weird order: अफगानिस्तान में तालिबान के दोबारा शासन संभालते ही रोजाना नए-नए फरमान आ रहे हैं. महिलाओं पर तमाम तरह की पाबंदियां लगाने के बाद अब वहां की सरकार ने पुरुषों पर पाबंदी लगाना शुरू कर दिया है. दरअसल, तालिबानी सरकार के नैतिक मंत्रालय ने दाढ़ी नहीं रखने की वजह से अफगानिस्तान में सिक्योरिटी फोर्स के 280 ज्यादा पुलिस वालों को बर्खास्त कर दिया है.

वहीं, अफगानिस्तान के नैतिकता मंत्रालय ने अपनी सालाना रिपोर्ट जारी की है.  मंत्रालय में प्लानिंग और विधान के डाइरेक्टर मोहिबुल्लाह मोखलिस ने बताया कि दाढ़ी न बढ़ाने के कारण सिक्योरिटी फोर्सेस के 281 सैनिकों को बर्खास्त कर दिया गया है. साथ ही  "अनैतिक कामों" के लिए 13 हजार से ज्यादा लोगों को हिरासत में लिया गया.  हालांकि, इसमें से आधे से ज्यादा लोगों को 24 घंटे के अंदर ही छोड़ दिया गया.

21,328 संगीत इंस्ट्रूमेंट्स को किया नष्ट 
वहीं, मोखलिस ने बताया कि अफसरों ने पिछले साल 21,328 संगीत इंस्ट्रूमेंट्स को नष्ट कर दिया था और हजारों कंप्यूटर ऑपरेटरों को मार्केटों में अनैतिक फिल्में बेचने से रोका था. मोखलिस ने कहा कि उन्होंने महिलाओं की बिक्री के 200 और महिलाओं के खिलाफ हिंसा के 2,600 से ज्यादा मामलों को रोका है.

यह भी पढ़ें:-  पाकिस्तान से ईरान जा रहे शिया अकीदमंदों की बस पलटी; 30 की मौत

 

नैतिकता मंत्रालय का क्या कहा काम?
बता दें,  2021 में तालिबान ने दोबारा सत्ता संभालने के बाद राजधानी काबुल में महिला मंत्रालय के कैंपस को नैतिकता मंत्रालय बना दिया है, जहां से महिलाओं को लेकर नया फरमान सुनाया जाता है. नैतिकता मंत्रालय का मुख्य काम महिलाओं को लेकर जैसे की पहनावे की निगरानी करना है.  इसके साथ ही पुरुष पेरेंट्स के बिना लंबी सफर पर किसी भी महिला को जाने पर पूरी तरह से प्रतिबंध लगा दिया गया है. मोखलिस ने कहा कि सर्वोच्च नेता के आदेश के बुनियाद पर महिलाओं के हिजाब (इस्लामी पोशाक) के पालन कराया जा रहा है. महिलाओं को अपना चेहरा ढंकना चाहिए या पूरी तरह से ढकने वाला बुर्का पहनना जरूरी है.

Read More
{}{}