Houthi attack on Israel: पिछले दो महीने से मिडिल ईस्ट (Middle East) में शांति थी, लेकिन हूती विद्रोहियों पर अमेरिकी हमले के बाद एक बार फिर मध्य पूर्व में तनाव बढ़ गया है. अमेरिका ने हाल ही में हूती विद्रोहियों (Houthi Rebels) पर हमला किया था, जिसके फौरन बाद इजरायल ने सीजफायर का उल्लंघन करते हुए गाजा पर भारी बमबारी की, जिसमें कम से कम 700 लोगों की मौत हो गई है, जबकि सैकड़ों लोग घायल हुए हैं. वहीं गाजा के बाद इजरायल ने लेबनान में मौजूद हिजबुल्लाह संगठन (Hezbollah Organization) के खिलाफ मोर्चा खोल दिया है. इस बीच हूती विद्रोहियों ने एक बार फिर इजरायल (Israel) के खिलाफ मोर्चा खोल दिया है.
यमन के हूती विद्रोहियों ने आज यानी 22 मार्च को दावा किया है कि उन्होंने इजरायल के बेन गुरियन हवाई अड्डे (Ben Gurion Airport) पर बैलिस्टिक मिसाइल हमला किया है, जिसके कारण बेन गुरियन हवाई अड्डे को भारी नुकसान पहुंचा है और कई रनवे तबाह हो गए हैं. हालांकि, इजरायल ने दावा किया है कि हमले को शुक्रवार देर रात रोक दिया गया.
हूती संगठन ने क्या कहा?
हूती सेना के प्रवक्ता ने समूह के अल-मसीरा टीवी द्वारा प्रसारित एक बयान में कहा, "फिलिस्तीनी लोगों के समर्थन में, हमने हाइपरसोनिक बैलिस्टिक मिसाइल का उपयोग करके बेन गुरियन हवाई अड्डे को निशाना बनाया." प्रवक्ता ने हमले को 48 घंटों में इजरायल के खिलाफ तीसरा ऑपरेशन बताया और एयरलाइनों को चेतावनी दी कि हवाई अड्डा अब असुरक्षित है. उन्होंने कहा कि यह तब तक ऐसा ही रहेगा जब तक गाजा के खिलाफ आक्रामकता बंद नहीं हो जाती और नाकाबंदी नहीं हटा ली जाती.
15 मार्च से हमला जारी
शुक्रवार को हूतियों ने दक्षिणी तेल अवीव पर बैलिस्टिक मिसाइल हमले की जिम्मेदारी ली थी. हौथियों ने यह भी कहा कि उन्होंने 15 मार्च से उत्तरी लाल सागर में अमेरिकी नौसेना बलों पर छठा हमला किया है, जिसमें यूएसएस हैरी एस ट्रूमैन की सुरक्षा कर रहे युद्धपोतों पर ड्रोन से हमले किए गए.
अमेरिका ने हूती संगठनों पर किया हमला
समाचार एजेंसी शिन्हुआ की रिपोर्ट के अनुसार प्रवक्ता ने कहा, "पिछले कुछ घंटों में अमेरिकी दुश्मन ने गाजा में उत्पीड़ित फिलिस्तीनी लोगों का समर्थन करने से हमें रोकने के असफल प्रयास में कई प्रांतों पर हवाई हमले किए." इस हमले में किसी के हताहत होने की कोई खबर नहीं है. हमले के जवाब में अमेरिकी सेना ने हूती ठिकानों पर हवाई हमले फिर से शुरू कर दिए हैं, उनका दावा है कि उनके अभियान का उद्देश्य अंतरराष्ट्रीय शिपिंग की रक्षा करना है.
मारे गए हैं दर्जनों लोग
हूती द्वारा संचालित स्वास्थ्य अधिकारियों के मुताबिक, अमेरिकी हवाई हमलों के नए दौर में दर्जनों लोग मारे गए हैं. राजधानी सना सहित उत्तरी यमन के अधिकांश हिस्से पर नियंत्रण रखने वाले हूती अंतरराष्ट्रीय स्तर पर मान्यता प्राप्त सरकार के खिलाफ लड़ रहे हैं. 2014 में गृह युद्ध छिड़ने के बाद से यह समूह रणनीतिक होदेइदाह बंदरगाह और राजधानी सना सहित देश के बड़े हिस्से पर नियंत्रण रखता है.
हूती संगठन पर अमेरिका का हमला जारी
15 मार्च को वाशिंगटन द्वारा यमन पर नए हवाई हमले शुरू करने के बाद से हूती और अमेरिकी सेना के बीच तनाव बढ़ गया है. ये हमले हूती द्वारा इस धमकी के बाद किए गए हैं कि अगर गाजा में मानवीय सहायता की इजाजत नहीं दी गई तो वे इजरायली ठिकानों पर हमले फिर से शुरू कर देंगे.