Pakistan News Today: पाकिस्तान में बलोच नेताओं और कार्यकर्ताओं को गायब होने का मामला लगातार सुर्खियों में है. इसको लेकर लगातार पाकिस्तानी सुरक्षा एजेंसियों में पर आरोप लगते रहे हैं. मानवधिकार कार्यकर्ताओं ने अंतरराष्ट्रीय स्तर पर बलोचों के गायब होने के पीछे पाकिस्तानी सुरक्षा एजेंसियों के हाथ होने का सुबूत भी पेश कर रहे हैं, लेकिन स्थिति जस की तस बनी हुई है.
अब एक और बलोच छात्रा 24 वर्षीय मंजबीन बलोच के कथित तौर पर जबरन गुमशुदगी ने हंगामा खड़ा कर दिया है. बलोच महिला फोरम (BWF) ने मंजबीन बलोच की जबरन गुमशुदगी की कड़ी निंदा की है. मंजबीन बलोच, बलोचिस्तान के बसीमा इलाके की रहने वाली हैं और क्वेटा के सिविल अस्पताल से बुधवार (29 मई) तड़के करीब 3 बजे कथित तौर पर सुरक्षा एजेंसियों के जरिये उठा लिया गया.
मंजबीन बलोच यूनिवर्सिटी ऑफ बलोचिस्तान में लाइब्रेरी साइंस की छात्रा हैं. मीडिया रिपोर्टों के मुताबिक, उन्हें काउंटर टेररिज्म डिपार्टमेंट (CTD) और मिलिट्री इंटेलिजेंस (MI) के अधिकारियों ने जबरन उठाया है. BWF ने कहा है कि यह घटना दर्शाती है कि बलोच महिलाओं को भी अब पुरुषों की तरह ही राज्य एजेंसियों के निशाने पर लिया जा रहा है.
फोरम ने इसे बलोचिस्तान में मानवाधिकार हनन की बढ़ती घटनाओं के खतरनाक संकेत बताया है. BWF के मुताबिक, महिलाओं को निशाना बनाना न सिर्फ निजी अधिकारों का उल्लंघन है, बल्कि बलोच समाज की अस्मिता और सम्मान पर सीधा हमला भी है. उन्होंने सरकार से अपील की कि वह "ज्यादा बल प्रयोग" के इस्तेमाल पर फौरन रोक लगाएं.
फोरम ने इससे पहले भी बलोच यकजहती कमेटी (BYC) से जुड़े कार्यकर्ताओं को बिना कानूनी प्रक्रिया के हिरासत में लिए जाने और पब्लिक ऑर्डर एक्ट (MPO) के तहत हिरासत में रखने पर चिंता जताई थी. BWF ने मंजबीन बलोच की फौरन और सुरक्षित रिहाई की मांग की है और साथ ही दोषियों के खिलाफ सख्त कार्रवाई की भी मांग की है.
इतना ही नहीं BWF ने राष्ट्रीय और अंतरराष्ट्रीय समुदाय से बलूचिस्तान में हो रहे मानवाधिकार उल्लंघनों पर ध्यान देने की अपील की है. फोरम ने एक बयान जारी कर कहा कि "हम जनता से अपील करते हैं कि वे इस बढ़ती बर्बरता का पुरजोर विरोध करें और राज्य संस्थाओं को जवाबदेह बनाएं." मंजबीन बलोच के गायब होने के बाद पाकिस्तानी सुरक्षा एजेंसियों की कार्यशैली एक बार फिर सवालों के घेरे में है.
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