IND-PAK WAR: भारत और पाकिस्तान के बीच जंग जारी है. ऑपरेशन सिंदूर के बाद पाक लगातार इंडिया-पाकिस्तान बॉर्डर से लगे इलाकों पर हमले कर रहा है. इस बीच एक ऐसा मुस्लिम देश है जो लगातार पाकिस्तान की मदद करता आ रहा है. यह वही मुल्क है जिसकी कभी भारत ने मुसीबत पड़ने पर मदद की थी. आज उसके ड्रोन भारतीय नागरिकों को निशाना बना रहे हैं.
यहां बात हो रही है तुर्की की, जिसने पाकिस्तान की ड्रोन देकर मदद की है. यही ड्रोन हैं जो लगातार पंजाब, राजस्थान, जम्मू और कश्मीर के इलाकों को निशाना बना रहे हैं. जिसके बाद कहा जा रहा है कि तुर्की ने भारत की पीठ में छुरा घोंपने का काम किया है. क्योंकि, जब तुर्की को एक भूकंप ने तबाह कर दिया था तो भारत ने न सिर्फ मुल्क की आर्थिक तौर पर मदद की थी बल्कि अपने जवानों को भी रेस्क्यू ऑपरेशन चलाने के लिए वहां भेजा था. इसके बाद तुर्की ने बयान जारी करते हुए कहा था कि भारत ही उसका सच्चा दोस्त है.
2023 में जब तुर्की में भयंकर भूकंप आया था, तो इसके बाद भारत ने तुरंत मदद के लिए "ऑपरेशन दोस्त" शुरू किया और तुर्की की मदद करने वाला पहला देश बना. भारत ने एनडीआरएफ (राष्ट्रीय आपदा प्रतिक्रिया बल) की टीमों के साथ-साथ राहत सामग्री, और गुरुड़ा एयरोस्पेस के ड्रोन भेजे, जो मलबे में फंसे लोगों को ढूंढने में मदद कर रहे थे. इसके अलावा, किसान ड्रोन को दवा और खाना पहुंचाने के लिए खास तौर पर बदला गया, ताकि ज़रूरतमंद लोगों तक जल्दी से मदद पहुंचाई जा सके.
शुक्रवार नई दिल्ली को पता चला कि भारत पर जिन ड्रोन्स ने हमला किया वह तुर्की ने पाकिस्तान को दिए थे, जिनकी तादाद लगभग 300-400 थी, जिन्हें पाकिस्तान ने लेह से लेकर सर क्रीक तक भारत की पश्चिमी सीमा के पार 36 स्थानों पर दागा था. अधिकारियों ने कहा कि भारत के जरिए बरामद किए गए मलबे से पता चला है कि ये तुर्की के सोंगर अस्सिगार्ड ड्रोन थे.
अब इस बात की अटकलें लगाई जा रही हैं कि ये ड्रोन मुमकिन है कि तुर्की ने पाकिस्तान को सौंपे थे. यह शक इसलिए गहराया है क्योंकि 28 अप्रैल को एक सी-130ई हरक्यूलिस विमान कराची में उतरा, जो कि पहलगाम में हुए आतंकी हमले के एक हफ्ते से भी कम समय बाद की घटना है. इसके दो दिन बाद, 30 अप्रैल को तुर्की के लेफ्टिनेंट जनरल यासर कादिओग्लू के नेतृत्व में एक हाई लेवल सैन्य और खुफिया डेलिगेशन ने इस्लामाबाद में मौजूद पाकिस्तानी वायुसेना मुख्यालय का दौरा किया, जहां उन्होंने पाकिस्तानी वायुसेना चीफ से मुलाकात भी की.
इसके साथ ही जब भारत ने ऑपरेशन सिंदूर को अंजाम दिया तो तुर्की ने इसकी निंदा की थी. जिसके जवाब में एआईएमआईएम चीफ असदुद्दीन ओवैसी ने कहा था कि तुर्की खुद आतंकी कु्र्द पर मिसाइल दागता है तो वह भारत के आतंक के खिलाफ उठाए कदम पर क्यों आपत्ति जता रहा है. इसके साथ ही ओवैसी ने कहा था कि तुर्की पहले ईराक पर मिसाइल हमले करता था, जब तक उनकी इस बारे में बात नहीं हुई थी. इसके बाद उसने अब सीरिया पर हमले शुरू कर दिए.