Gaza News: ईरान और इजराइल के बीच सीजफायर तो हो गया है, लेकिन उधर गाजा में इजराइल लगातार जुल्म ढहा रहा है. रिपोर्ट्स के मुताबिक इजराइल लगातार खाना लेने जा रहे फिलिस्तीनियों पर फायरिंग कर रहा है. इसके साथ ही जरूरत का सामान भी उनके पास नहीं पहुंच पा रहा है. यूएन ह्यूमेटेरियन्स ने वॉर्निंग दी है कि अगर इजराइल लगातार गाजा में फ्यूल को रोके रखता है तो और ज्यादा लोगों और बच्चों की मौत होगी.
संयुक्त राष्ट्र के मानवीय मामलों के समन्वय कार्यालय (OCHA) ने कहा कि गज़ा में अब भी लोग मारे जा रहे हैं या घायल हो रहे हैं. कुछ मामलों में लोगों पर उस समय गोली चलाई गई जब वे खाना बांटने वाली जगहों या इस्राइल के जरिए तय की गई रास्तों से गुजर रहे थे. OCHA ने कहा कि इस्राइली अधिकारियों को गाज़ा में, खासतौर पर उत्तरी हिस्से में, पर्याप्त मात्रा में ईंधन जाने की इजाजत देनी चाहिए. अगर ये ज़रूरी सेवाएं बंद हो गईं, तो और लोगों की जान जाएगी.
UNICEF (संयुक्त राष्ट्र बाल कोष) ने पिछले हफ्ते बताया कि अगर ईंधन की 100 दिन से चल रही नाकाबंदी खत्म नहीं हुई, तो बच्चे प्यास से मरना शुरू कर देंगे. गाज़ा में पानी बनाने, साफ करने और घरों तक पहुंचाने के लिए ईंधन जरूरी है. UNICEF के मुताबिक मई में गंभीर कुपोषण से पीड़ित बच्चों की संख्या अप्रैल के मुकाबले 50% बढ़ गई, जो यह दिखाता है कि साफ पानी की कितनी ज़रूरत है. इसके साथ ही अस्पतालों के जनरेटरों को चलाने के लिए भी ईंधन की जरूरत होती है.
OCHA ने बताया कि रफ़ा (गज़ा का एक इलाका) में जमा ईंधन से दक्षिणी गज़ा में ज़रूरी सेवाएं कुछ समय के लिए चल रही हैं, लेकिन अगर जल्दी ही और ईंधन नहीं आया, तो ये सेवाएं बंद हो जाएंग. OCHA ने चिंता जताई कि गज़ा के बच्चों का मानसिक स्वास्थ्य बहुत खराब हो रहा है. पैरेंट्स का कहना है कि बच्चे डर, भूख और तनाव की वजह से बहुत परेशान हैं.
पिछले हफ्ते गज़ा सिटी, देइर अल-बलाह और खान यूनिस के कुछ इलाकों में 1,000 से ज़्यादा बच्चों को मानसिक तनाव कम करने के लिए खास सेशन दिए गए. साथ ही 2,000 से ज़्यादा अभिभावकों को मानसिक स्वास्थ्य की मदद दी गई. विश्व स्वास्थ्य संगठन (WHO) ने भी कहा कि गज़ा में मनोवैज्ञानिक मदद की ज़रूरत बहुत बढ़ गई है.
OCHA ने बताया कि इस्राइली सेना ने उत्तरी गज़ा के जबालिया इलाके के तीन मोहल्लों के लोगों को फिर से हटने का आदेश दिया है. वहां करीब 30,000 लोग रहते हैं. गज़ा के अधिकतर इलाके पहले से ही जबरन पलायन के आदेशों के तहत हैं. OCHA ने बताया कि पिछले 16 हफ्तों से गज़ा में आश्रय (shelter) का सामान लाने की इजाजत नहीं दी गई है. खान यूनिस में लोग खाने की मदद के साथ आए लकड़ी के टुकड़ों से अस्थायी घर बना रहे हैं.